ओंकारानंद मैनेजमेंट इंस्टीटयूट में ग्रामीण जुड़ाव पर संगोष्ठी
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। ओंकारानंद मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ऋषिकेश में ग्रामीण जुड़ाव, स्थिरता एवं आत्म निर्भर भारत विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विषय के विभिन्न अवयवों पर वक्ताओं ने विचार रखे।
गुरूवार को इंस्टीटयूट के स्वच्छता, पर्यावरण प्रकोष्ठ एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद के संयुक्त तत्वाधान में कॉलेज परिसर में, ग्रामीण जुड़ाव, स्थिरता एवं आत्मनिर्भर भारत विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के रिसोर्स पर्सन जगमोहन सिंह कठैत ने स्वच्छता, सतत विकास व क्रियान्वयन योजना के तहत जानकारी दी तथा परिषद के प्रसाधन, स्वच्छ जल विभाग, कूड़ेदान, जल निकासी वर्षा जल संचय, स्वच्छ हरित परिसर का निरीक्षण /अवलोकन किया।
कार्यशाला का शुभारंभ डायरेक्टर विकास गैरोला द्वारा किया गया। इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन के रूप में नोडल अधिकारी जगमोहन सिंह कठैत , वरिष्ठ प्रवक्ता डायट पौड़ी ने केंपस फैकेल्टी एवं विद्यार्थियों को वर्कशॉप के उद्देश्यों से अवगत कराते हुए ग्लोबल वार्मिंग, लैंगिक असमानता, सामाजिक उत्तरदायित्व, ऊर्जा संरक्षण, जल प्रबंधन आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया तथा सामाजिक जागरूकता पर बल दिये जाने की आवश्यकता बतायी।
इस अवसर पर डायरेक्टर डॉ विकास गैरोला ने कैंपस स्टाफ एवं छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कैंपस में स्वच्छ वातावरण रखने हेतु महाविद्यालय में पूर्व से ही विभिन्न समूह समितियों एवं प्रकोष्ठ के माध्यम से उक्त कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं तथा भविष्य में भी उक्त कार्यक्रमों को चलाया जाना अति आवश्यक है। सभी कार्यशालाए अपने उद्देश्यों को पूर्ण करेंगी। इस मौके पर परिषद संयोजक श्री नवीन द्विवेदी, डॉ अपूर्व त्रिवेदी, डॉ० संतोष डोभाल, श्री अनिल रणाकोटी, श्री शिवानी भाटिया आदि उपस्थित रहे।