गवर्नमेंट पीजी कॉलेज सितारगंज में हिमालयी राज्यों में भू-व्यवस्था पर नेशनल सेमिनार

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज सितारगंज में हिमालयी राज्यों में भू-व्यवस्था पर नेशनल सेमिनार
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तीर्थ चेतना न्यूज

सितारगंज। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, सितारगंज में हिमालयी राज्यों में भू-व्यवस्था तथा सतत विकास पर आयोजित नेशनल सेमिनार में विषय विशेषज्ञों ने तमाम अवयवों पर विस्तार से जानकारी साझा की।

शनिवार को गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, सितारगंज के इतिहास विभाग तथा आईसीएसएसआर के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय नेशनल सेमिनार शुरू हो गया। सेमिनार के उदघाटन के मौके पर आयोजक सचिव डॉ एम सी आर्या ने सभी अतिथियों को परिचय के साथ स्वागत किया। उदघाटन सत्र की अध्यक्षता आयोजन के तथा संरक्षक प्रिंसिनल प्रो सुभाष वर्मा ने की ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो एम सी पांडेय , प्राचार्य पी एन जी कॉलेज रामनगर की गरिमामयी उपस्थिति रही तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ चंद्रकांता माथुर , प्रोफ़ेसर , दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली संगोष्ठी में उपस्थित रहीं ।

प्रथम बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में पद्मश्री प्रो शेखर पाठक ने हिमालय में भू चुनौतियों तथा प्राकृतिक संसाधनों आदि पर प्रकाश डाला । इस विषय पर पूर्व में हो चुके शोधकार्यों तथा वर्तमान में चल रहे शोध तथा भविष्य की शोध योजनाओं के विषय में विस्तृत रूप में बताया । उन्होंने जलवायु परिवर्तन के मुख्य कारणों आदि पर विस्तृत व्याख्यान दिया।

अतिथि मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफ़ेसर चंद्रकांता के माथुर ने खेती तथा महिला सशक्तिकरण जैसे विषय पर अपना विस्तृत व्याख्यान दिया । विशेष अतिथि वक्ता के रूप में एन आई आर डी गुवाहाटी के संस्थापक निदेशक प्रो बी पी मैथानी ने उत्तर भारत में भू व्यवस्था तथा ग्रामीण विकास विषय पर अपनी बात रखी । उन्होंने भारत में ब्रिटिश राज्य में की जाने वाली खेती के विषय में विस्तार से बताते हुए लैंड रोटेशन खेती के बारे में भी प्रकाश डाला ।

विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित सेवानिवृत्त आई ए एस ऑफ़िसर अभय पंत ने हिमाचल प्रदेश के विशेष संदर्भ में अपना व्याख्यान दिया , जिसमें उन्होंने हिमाचल प्रदेश के भौगोलिक , प्रशासनिक , विकेंद्रीकरण तथा भू कानूनों के विषय में विस्तार से बताया । उन्होंने विशेष रूप से पहाड़ों से पलायन के विषय में बात रखी , उसके कारणों तथा प्रभावों की जानकारी दी ।

द्वितीय सत्र संगोष्ठी का टेक्निकल सत्र रहा , जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों से आये प्राध्यापकों तथा शोध छात्रों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए , जिनका विषय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन कर उचित प्रतिक्रियाएँ प्रस्तुत की गईं।कार्यक्रम का संचालन डॉ नीति चौहान तथा डॉ ज्योति टम्टा ने संयुक्त रूप से किया । इस संगोष्ठी में सिक्किम , उत्तर प्रदेश , दिल्ली , हिमाचल , कन्या कुमारी , आन्ध्र प्रदेश , जम्मू कश्मीर आदि राज्यों से विषय विशेषज्ञ तथा शोध छात्र पधारे हैं ।

इस अवसर पर डॉ राजविंदर कौर , डॉ सत्यमित्र सिंह , डॉ एम सी आर्या , डॉ वाई के शर्मा ,डॉ संजय कुमार ,डॉ भुवनेश कुमार , डॉ सविता रानी , डॉ कमला उपाध्याय , डॉ नीति चौहान , डॉ चारू उपरेती , डॉ रीतिका , डॉ मनीषा शर्मा , डॉ अमित कुमार , डॉ नाज़ परवीन, कमलेश जोशी , द्रौपदी , इक़रार हुसैन ,छात्रसंघ अध्यक्ष आकाश बिश्वास , उपाध्यक्ष विक्रम तिवारी , संदीप , अंजू , रमेश , किरण , राजेंद्र , दीवान सिंह , आदि उपस्थित रहे ।

Tirth Chetna

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