क्या ऋषिकेश बन रहा है देश का नया जामताड़ा
राजा जी नेशनल पार्क से ऑपरेट हो रहा था इंटरनेशनल कॉल सेंटर
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। क्या ऋषिकेश देश का नया जामताड़ा बन रहा है। राजाजी नेशनल पार्क के जंगल के बीच एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर के पकड़े जाने से तो कम से कम यही लगता है।
ऋषिकेश की पहचान धर्म-कर्म, आध्यात्म, योग और व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग के लिए है। बेहद शांत इस क्षेत्र की आबोहवा कुछ सालों से तेजी से बदल रही है। इस बदलावा को भले ही सिस्टम न महसूस कर रहा हो। मगर, जागरूक लोग अच्छे से महसूस कर रहे हैं और समय-समय पर चिंता भी जाहिर करते हैं।
ताजा मामला राजाजी नेशनल पार्क में एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर के ऑपरेट किए जाने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि संचालकों ने यहां असम की युवती को भी कई दिनों से बंधक बनाया था और उस पर कॉल सेंटर में काम करने का दबाव बना रहे थे। जांच में इसकी और भी हकीकत सामने आ सकती हैं।
बहरहाल, सवाल उठ रहा है कि क्या ऋषिकेश देश का नया जामताड़ा बन रहा है। झारखंड का जामताड़ा भी ऑनलाइन ठगी के लिए प्रसिद्व है। इसकी पहचान ओटीपी फ्रॉड के लिए है। पिछले कुछ सालों से झारखंड के इस जिले के जामताड़ा के बेहद शांत क्षेत्र करमाटांड की पहचाने साइबर फ्राड के गढ़ के रूप में बन चुकी है।
यहां भी साइबर ठग घने जंगलों का खूब लाभ उठाते हैं। कहा जाता है कि जामताड़ा के जंगलों से आपके फोन पर आने वाली एक हैलो टोन आपके बैंक खाते की पूरी राशि चट कर जाएगी। पुलिस की सख्ती के बाद यहां के साइबर ठगों पर थोड़ा अंकुश लगा है।
आशंका है कि कहीं जामताड़ा के जंगलों से साइबर ठगों ने उत्तराखंड के जंगलों की ओर रूख तो नहीं कर दिया है। यदि ऐसा है तो सिस्टम को समय रहते चेत जाना चाहिए। लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए।