गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज गुप्तकाशी में जी 20 के आलोक में कार्यक्रम
तीर्थ चेतना न्यूज
गुप्तकाशी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गुप्तकाशी में भारत की अध्यक्षता वाले जी-20 के आलोक में जागरूकता कार्यक्रमों का दौर जारी है। इसी क्रम में कॉलेज में “नवीकरणीय ऊर्जा नए आयाम” विषयक निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित की गई।
शनिवार को कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो पी.एस.जंगवाण के निर्देशन में नवीकरणीय ऊर्जा नए आयाम” विषयक पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में छात्र/छात्राओं ने बढ़ चढ़कर शिरकत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रिंसिपल प्रो. जगवाण ने बताया कि भारत ने वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा की अपनी स्थापित क्षमता को 450 जीडब्ल्यू तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि नवीकरणीय क्षेत्र न केवल आर्थिक रूप से प्रतिस्पर्द्धी है, अपितु इसमें रोज़गार सृजन की भी अपार संभावनाएँ हैं।
डा. नीतू थपलियाल ने बताया कि बढ़ती आबादी और जीवनशैली में आए बदलाव के कारण ऊर्जा स्रोतों की मांग बढ़ गई है। इस बढ़ती माँग के कारण अनवीकरणीय परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर बहुत दबाव बढ़ा है और इसके लिए आवश्यक है कि हम सूर्य, पवन और जल जैसे वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को खोजने की कोशिश करें। डा भागवत ने जल-स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन पर बल देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर भी कम मेगावाट की विद्युत् और सौर परियोजनाएं उरेडा आदि के माध्यम से स्थापित की जा सकती हैं।
“नवीकरणीय ऊर्जा नए आयाम” विषयक निबन्ध प्रतियोगिता में अमित ने प्रथम, समीर रावत ने द्वितीय, तथा मनीषा और शिवानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में में डा मनोज गैड़ी, डा योगिशा, डा अनुराग भण्डारी, डा नीतू थपलियाल, डा आजाद सिंह, डा मोनिका सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन डा चिन्तामणि (प्राध्यापक राजनीतिशास्त्र) ने किया।