डायट देहरादून की अनुभव पर आधारित अधिगम कार्यशाला
देहरादून। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, डायट, देहरादून ने विज्ञान के अनुभव पर आधारिक अधिगत कार्यशाला आयोजित की। इसमें विभिन्न स्कूलों के 75 छात्र/छात्राओं ने शिरकत की।
विज्ञान चेतना एवं प्रसार के तहत डायट के प्राचार्य राकेश जुगरान के मार्गदर्शन में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज हरिपुर कालसी में आयोजित दो दिवसीय विज्ञान की अनुभव आधारित अधिगम कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों से पहुंचे लगभग 75 विद्यार्थियों एवं अध्यापकों द्वारा विज्ञान के विभिन्न कार्यकारी मॉडल बनाए गए। कार्यक्रम समन्वक एवं डायट प्रवक्ता ऋचा जुयाल ने बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए विज्ञान को करके सीखने पर बल दिया।
कहा बच्चों में ज्ञान का सृजन करने और जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए वातावरण निर्माण आवश्यक है। विषय विशेषज्ञ प्रवक्ता सुप्रिय बहुखंडी तथा ज्ञान विज्ञान समिति से विजय भट्ट और एसएस रावत जी ने कार्यक्रम को यथार्थ रूप दिया।
उनके सहयोग एवं निर्देशन में प्रतिभागियों द्वारा टेलीस्कोप, विद्युत मोटर, हॉवरक्राफ्ट, विद्युत चुंबक, विद्युत जनरेटर, चुम्बकीय बल रेखाएं, डांसिंग मैग्नेट्स, गुरुत्व आधारित डांसिंग डॉल, न्यूटन डिस्क, स्टेथोस्कॉप, हाथ का मॉडल और कार्यप्रणाली, ध्वनि यंत्र, इत्यादि बनाकर उनका प्रयोग एवम संचालन किया गया। इसके अतिरिक्त न्यूटन के नियम के प्रयोग और विज्ञान के अनेक खेल भी दिखाए गए।
कार्यशाला में विद्यार्थियों ने गतिविधियों में पूर्ण उत्साह से भाग लिया और आनंदित भी हुए। शिक्षकों द्वारा कार्यक्रम को अत्यधिक उपयोगी बताया गया और कोविड 19 के बाद बच्चों में जोश भरने तथा वास्तविक अर्थो में विज्ञान को समझने के लिए किये गए प्रयासो की सराहना की और पुनः इसी तरह कार्यक्रम कराने का आग्रह किया।
कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए जीजीआईसी की प्रधानाचार्य शिखा भट्ट ने बच्चों को प्रेरित करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम में शिक्षक श्रीमती दुर्गेश नंदिनी, नीरू पाल, राबिया, प्रदीप सेमवाल, भानु प्रसाद सकलानी, विजय खत्री, मेघराज सिंह, हरीश कुमार, संजय सोलंकी और श्रीमती मंजुला आदि उपस्थित रहे।