चुनावी बॉन्ड ने भाजपा के असली चेहरे को जनता के सामने रखा
भ्रष्टाचार, अत्याचार और पक्षपात भाजपा के पर्याय
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। चुनावी बॉन्ड ने भाजपा के असली चेहरे को जनता के सामने रख दिया है। वास्तव में भाजपा अब भ्रष्टाचार, अत्याचार और पक्षपात का पर्याय बन गई है।
ये कहना है कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला का। रमोला रविवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा आज भ्रष्टाचार, अत्याचार और पक्षपात का चेहरा बन चुकी है। भाजपा के इशारे पर एक ओर ईडी, सीबीआई सहित कई सरकारी एजेंसियाँ कार्य कर रही हैं।
रमोला ने कहा कि 2018 और 2024 के बीच, भाजपा को चुनावी बांड में कुल ₹16,518 करोड़ में से ₹8,252 करोड़ मिले। कांग्रेस पार्टी को केवल ₹1,950 करोड़ मिले, और भाजपा का अत्याचार ये है कि उन्होंने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से कांग्रेस संगठन के खाते को फ्रीज कर दिया गया है। जबकि भाजपा अपनी लूट को खर्च करने के लिए स्वतंत्र है।
एक माह पहले कांग्रेस पार्टी के सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए थे. कोई सुनवाई नहीं, किसी ने कुछ नहीं कहा कांग्रेस 20 फीसदी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे नेता यात्रा नहीं कर सकते हैं, हम विज्ञापन नहीं दे सकते हैं। इश्यू 14 लाख का है, उन्होंने हम पर 200 करोड़ का जुर्माना लगाया है। ये सीधे-सीधे संस्थागत भेदभाव और अत्याचार है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को कमजोर करने के लिए हो रहे संस्थागत प्रयास वास्तव में लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयास हैं। ये सब कुछ केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर हो रहा है।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर पर कांग्रेस को आर्थिक तौर पर कमजोर किया जा रहा है। पाटी्र अपने सामान्य कामकाज के लिए जरूरी पैंसे के लिए तरसे एजेंसियों से ऐसे काम कराए जा रहे हैं। लोकतंत्र में विपक्ष के साथ सरकार का ये रवैया तानाशाही है।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजयपाल रावत ने कहा कि तीन स्पष्ट अवैध रास्ते हैं जिनका उपयोग भाजपा ने चुनावी बांड जुटाने के लिए कियारू ’हफ्ता वसूली (जबरन वसूली) ईडी, सीबीआई या आयकर का उपयोग करके किसी कंपनी पर छापा मारना, और फिर कंपनी को छोड़ने के लिए हफ्ता ) मांगना। इस तरह 94 कंपनियों को निशाना बनाया गया, जिनमें शीर्ष 30 दानदाताओं में से 14 शामिल थीं।
भाजपा ने नकदी जुटाने के लिए भारतीयों के स्वास्थ्य के साथ क्या समझौते किए गए ’फ़र्ज़ी कंपनियाँ (शेल कंपनियाँ)रू’ 29 संदिग्ध शेल कंपनियाँ हैं जिन्होंने दान दिया। 19 को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का उल्लंघन करने के ष्उच्च जोखिम के कारण वित्त मंत्रालय की सूची में रखा गया था। उनकी गतिविधियों को मोदी सरकार की इस शर्त से मदद मिली कि किसी कंपनी के मुनाफे की कोई भी राशि चुनावी बांड के रूप में दी जा सकती है; पहले शुद्ध लाभ की 7.5ः की सीमा थी।भाजपा ने दुनिया में सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट पैदा किया है। उन्होंने सरकार की पूरी मशीनरी को भाजपा के लिए नकदी पैदा करने वाली मशीन में बदल दिया है।
प्रेस वार्ता में नेता पार्षद दल मनीष शर्मा, पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद जगत सिंह नेगी, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष सन्नी प्रजापति और युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष गौरव राणा मौजूद थे।