मुख्यमंत्री धामी के एनडी दांव से उत्तराखंड में कांग्रेस हुई चारों खाने चित, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य कर रही धामी सरकार
देहरादून। देश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यपाल रहे स्व पंडित नारायण दत्त तिवारी का कद बहुत बड़ा रहा है। उत्तराखंड में भी उन्हें विकास पुरूष के नाम से जाना जाता है। उनके समय में हुए विकास कार्यों की तारीफ आम जनता से लेकर राजनेता तक करते हैं। उनके इन्हीं कामों व सियासी कद का लाभ भाजपा विधानसभा चुनाव में लेना चाहती है। बुधवार को मिनी स्टेडियम हल्द्वानी के मंच से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करती है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व पंडित नारायण दत्त तिवारी के कार्यों को हमारी सरकार ने सम्मान दिया है। पंतनगर सिडकुल का नाम अब पंडित नारायण दत्त तिवारी के नाम से होगा। उत्तराखंड गौरव सम्मान-2021 भी उन्हें दिया गया है। वह इस योग्य रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड का विकास किया है। अब ननिहाल बल्यूटी गांव की सड़क एनडी के नाम से जानी जाएगी।
एनडी तिवारी की भाजपा के मंच पर जय जयकार
अचानक भाजपा के प्रिय हुए एनडी को लेकर कांग्रेस अधिक सकते में आ गई है। हालांकि जब कांग्रेस 2012 में सत्ता में आई, तब भी एनडी को अधिक महत्व नहीं मिल सका। उस समय प्रदेश की कमान हरीश रावत के हाथ में थी। तिवारी के पुत्र स्वर्गीय रोहित तिवारी और पत्नी उज्जवला भी तब उत्तराखंड का दौरा कर रहे थे। यह दौरा तब हरीश रावत को भी चुभ रहा था। अब 2022 के लिए सत्ता की लड़ाई है। जीतने के लिए लिए सत्तारूढ़ भाजपा जहां हर दांव खेलने में जुटी है तो कांग्रेस भी अपनी सियासी रणनीति में जुट जा रही है।
आपको बता दें कि स्व पंडित नारायण दत्त तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश व एक बार उत्तराखंड के सीएम, राज्यपाल और केंद्र में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले तिवारी कभी कांग्रेस के दिग्गज थे। अंतिम समय में कांग्रेस में ही वह उपेक्षित हो गए। उनके निधन के बाद अब भाजपा ने भी उन्हें मान-सम्मान के साथ ही नाम देना शुरू कर दिया है। अपने मंच से तिवारी की जय-जयकार करने लगे हैं। यह नजारा सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना गया है।