देवप्रयाग में भी हो सकता है मोरबी जैसा हादसा

तीर्थ चेतना न्यूज
देवप्रयाग। देवप्रयाग में भी मोरबी जैसा हादसा हो सकता है। जी हां, यहां अलकनंदा नदी पर बना बहा बाजार झूला स्थिति कुछ ऐसी ही है। तमाम मांगों के बावजूद अभी तक पुल की तरफ सरकार की नजरें इनायत नहीं हुई हैं।
सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग और गंगा के प्रारंभिक स्थल देवप्रयाग सदानीरा अलकनंदा और भागीरथी के तट पर स्थित है। यहां दोनों नदियों पर बने झूला पुल अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं। भागीरथी नदी पर बना शांति बाजार पुल की कुछ साल पूर्व रिपेयरिंग हुई थी। मगर, अलकनंद नदी पर बने बहाबाजार झूला पुल के भाग्य में रिपेयरिंग भी नहीं रही। परिणाम पुल जर्जर हो गया है।
लोक निर्माण विभाग ने इस पुल को आवाजाही के लिए खतरनाक माना है। इस आशय की सूचना भी विभाग ने पुल के दोनों छोरों पर लगाई है। पौड़ी और टिहरी जिले को जोड़ने वाले पुल में कभी भी हादसा हो सकता है। जनता का सबसे अधिक मूवमेंट इसी खतरनाक पुल से होता है।
कुल मिलाकर जल्द हर मरम्मत नहीं हुई तो देवप्रयाग में भी गुजरात के मोरबी जैसा हादसा हो सकता है।