जोशीमठ भू-धसांव प्रभावित लोगों के बीच भेदभाव कर रहा प्रशासनः असवाल
तीर्थ चेतना न्यूज
देवप्रयाग। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उत्तम सिंह असवाल ने शासन/प्रशासन पर जोशीमठ भू-धसांव प्रभावित लोगों के बीच भेदभाव का आरोप लगाया। कहा कि इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
यहां जारी बयान में कांग्रेस नेता उत्तम सिंह असवाल ने कहा कि शासन प्रशासन द्वारा द्वेष भावना के चलते कांग्रेस पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री एवं 2022 विधानसभा के देवप्रयाग के प्रभारी ठाकुर सिंह राणा के होटल मल्लारी इन को साजिश के तहत गिराने की जो कार्रवाई की जा रही है।
जिला कांग्रेस कमेटी देवप्रयाग घौर निंदा करती है और यदि बिना मुआवजे के ठाकुर सिंह राणा की संपत्ति होटल मल्लारी इन समेत अन्य होटल को गिराया गया तो जिला कांग्रेस कमेटी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
जिला अध्यक्ष उत्तम सिंह असवाल ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय से जोशीमठ के लोग शासन प्रशासन से लगातार उनके घरों में आ रही दरारों के बारे में बताते रहे, ज्ञापन देते रहे लेकिन भाजपा सरकार ने जरा भी ध्यान नहीं दिया जिसका नतीजा आज जोशीमठ पूरी तरह से बर्बादी की कगार पर खड़ा है।
भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जो कि पूर्व में बद्रीनाथ से विधायक रहे उस समय उन्होंने जोशीमठ के लोगों की बातों को नजरअंदाज किया जिसका परिणाम आज पूरे जोशीमठ के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। एनटीपीसी प्रोजेक्ट के दौरान हो रहे भारी भरकम ब्लास्टिंग की वजह से भू धँसाव हुआ लेकिन अभी तक एनटीपीसी प्रोजेक्ट को पूरी तरह से बंद नहीं किया गया जो दर्शाता है कि भाजपा सरकार उद्योगपतियों की कठपुतली बनकर रह गई है, उनका जनता से कोई सरोकार नहीं है।
जब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित सभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी के साथ जोशीमठ के लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए तब जाकर भाजपा सरकार की नींद टूटी।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष उत्तम सिंह असवाल ने कहा कि रेलवे लाईन निर्माण में भी भारी भरकम ब्लास्टिंग से ऋषिकेश से लेकर कर्णप्रयाग तक सैकड़ों गांव को भारी नुकसान हो रहा है । आरवीएनएल की कंपनियों के द्वारा सुरंगे डिजिटल बोरिंग मशीन से काटी जानी थी लेकिन कंपनियों ने शासन प्रशासन से मिलकर ब्लास्टिंग से सुरंगे खोदने का जो काम किया उससे लोगों के घरों में दरारें पड़ी है जो कि लगातार बढ़ रही है साथ ही पानी के स्रोत सूख गए हैं जिससे कई गांव में पानी की समस्या बनी हुई है लेकिन शासन-प्रशासन आज भी आंखें बंद करके तमाशा देख रहा है ।
शासन प्रशासन द्वारा यदि बिना मुआवजे (वन टाइम सेटेलमेंट) के जोशीमठ में राग द्वेष की भावना से संपत्तियों को गिराने का काम किया गया तो जिला कांग्रेस कमेटी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।