ओपीएसः कुछ तो बात है कांग्रेस पार्टी में

देश के सरकारी कर्मचारियों का दिल जीतने में सफल रही पार्टी
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। कुछ तो बात है जंगे आजादी के दौर की राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में। ऐसा ही कुछ सोच रहे देश के सरकारी शिक्षक और कर्मचारी। मामला पुरानी पेंशन बहाली से जुड़ा है।
देश के सरकारी शिक्षक/कर्मचारियों से किए गए पुरानी पेंशन बहाली के वादे पर कांग्रेस लगातार खरी उतर रही है। इसने कर्मचारियों के मन और दिल में कांग्रेस पार्टी ने जगह बनाना शुरू कर दिया है। कर्मचारी बातचीत में कहने लगे हैं कि कुछ तो बात जंगे आजादी के दौर की राजनीति पार्टी कांग्रेस में।
कांग्रेस अभी तक राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शिक्षक/कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर चुकी है। झारखंड में पुरानी पेंशन बहाली में कांग्रेस का बड़ा रोल है। अब हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस ने पुरानी पेंशन जल्द बहाली का ऐलान कर दिया है। संभवतः हिमाचल के शिक्षक/कर्मचारियों को नए साल के तोहफे में पुरानी पेंशन मिले।
जब उक्त राज्यों की कांग्रेस सरकार पुरानी पेंशन बहाली कर रही है तब केंद्र की भाजपा सरकार पुरानी पेंशन बहाली को दो टूक न कर रही है। यही नहीं पुरानी पेंशन बहाली कर चुके राज्यों के एनपीएस के पैसे लौटने में भी असमर्थता व्यक्त कर रही है। इसे इस तरीके से भी प्रस्तुत किया जा रहा है कि इससे आर्थिक तौर पर राज्य बरबाद हो जाएंगे। जिन राज्यों ने पेंशन लागू की वहां बरबादी को लक्षण नहीं दिखे।
पश्चिम बंगाल ने केंद्र सरकार की इस प्रस्ताव पर ध्या नही नहीं दिया। परिणाम वहां एनपीएस का जिक्र ही नहीं होता। बहरहाल, केंद्र सरकार के इस रवैए से देश भर के सरकारी शिक्षक/कर्मचारी हैरान हैं। इससे भाजपा को लेकर उनका मन अब भारी होने लगा है। तमाम मामलों को लेकर भाजपा की ओर झुकाव रखने वाले कर्मचारी भी कांग्रेस के बारे में अच्छा सोचने लगे हैं।
कहा जा सकता है कि राज्यों के साथ ही अब 2024 के आम चुनाव में भी पुरानी पेंशन बहाली का मामला देश भर में असर दिखा सकता है। राजनीति के जानकार भी इस बात को मानने लगे हैं। कर्मचारियों की पेंशन बहाली पर सवाल उठाने वाला गोदी मीडिया अब दूसरे तर्क गढ़ने लगा है।