कैबिनेट में स्थान पाना होगा मुश्किल
ऋषिकेश। उत्तराखंड में बनने जा रही भाजपा सरकार में दिग्गज और दो से अधिक बार चुनाव जीते विधायकों के लिए भी मंत्री पद पाना आसान नहीं होगा।
नई सरकार में सीएम समेत 12 मंत्री बन सकते हैं। फिलहाल 12 के 12 पद खाली है। पिछली सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद चुनाव हार चुके हैं। दो कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और डा. हरक सिंह रावत अब भाजपा में नहीं हैं।
इतना होने के बाद भी कैबिनेट में दिग्गज विधायकों के लिए स्थान बना पाना मुश्किल होगा। भाजपा से चुनाव जीते विधायकों का क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण कुछ ऐसा आकार में है कि 2017 में मंत्री रहे कुछ विधायक इस बार ड्राप हो सकते हैं।
राजपुर के विधायक खजान दास की जरूर लॉटरी लग सकती है। विकासनगर के विधायक मुन्ना सिंह चौहान मंत्री बन सकते हैं। कोटद्वार से चुनाव जीती ऋतु खंडूड़ी की कैबिनेट में होने की संभावनाएं हैं। रूद्रप्रयाग और चमोली जिले को कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिला तो 2017 के मुकाबले पौड़ी जिले का प्रतिनिधित्व घटेगा।
2017 में मंत्री बने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड देखा गया तो कम से कम चार चेहरे इस बार की कैबिनेट में नहीं होंगे। इसको लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में दौड़ते-दौड़ते अब कुछ विधायकों ने अपना लक्ष्य मंत्री बनने पर फिक्स कर दिया है।