अंकिता को मिले न्याय, वीआईपी का नाम हो उजागर
युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 24 वें दिन भी जारी
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और उनकी हत्या की वजह बनें वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग को लेकर युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 24 वें दिन भी जारी रहा।
युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना शनिवार को 24 वें दिन भी जारी रहा। आंदोलन के साथ लोगों के जुड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। धरना स्थल पर धमेंद्र गुलियाल ने कहा कि विगत दिनों के साथ आज भी युवा न्याय संघर्ष समिति के धरने में लोग खदबखुद जुड़ रहे हैं।
न्याय की आस में माँग कर रहें हैं बहन अंकिता को न्याय मिले परन्तु शासन व प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है आज सभी सदस्य गणों, मातृ शक्ति, युवाओं सहित सभी राज्य आंदोलनकारियों से सुझाव लिए गए।
आन्दोलनकारी अरविंद हटवाल ने कहा कि अंकिता हत्याकांड को एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है फिर भी सरकार द्वारा न ही वीआईपी का नाम उजागर किया गया नाही अभी तक यह बताया गया कि उस कमरे को रातों-रात विधायक की उपस्थिति में उस रिजॉर्ट के मात्र उसी कमरे को तुड़वाया गया जहां अंकिता भंडारी रहती थी हम धामी सरकार से आग्रह करते हैं जल्द से जल्द जाटों को निष्पक्ष पूर्ण कर दूसरे को सजा देने काम करें।
धरने में पितांबर बुडाकोटी, लक्ष्मी बुडाकोटी, संध्या प्रसाद भट्ट, संजय सिलस्वाल, विनोद रतूड़ी, रामेश्वरी चौहान, जया डोभाल, कश्मीरा सती, उषा चौहान, विमला रौथांड, स्वरुपी देवी, लक्ष्मी, युधवीर सिंह चौहान, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, रविन्द्र कोर, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, मदन सिंह राणा, प्रवीन जाटव, दीपा चमोली, अशुतोष डंगवाल, अरविंद हटवाल, धमेंद्र गुलियाल, भगवानी देवी रावत, शीला ध्यानी, विक्रम भंडारी, ब्रजेश कुमार आदि मौजूद रहे।