चुनाव परिणाम से पहले बदली-बदली दिख रही भाजपा
देहरादून। चुनाव परिणाम आने से पहले उत्तराखंड में भाजपा बदली-बदली सी दिख रही है। इसे पार्टी की खास रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी ने उन नेताओं को आगे करना शुरू कर दिया है कि जिनका राजनीतिक कौशल पार्टी के फोरम पर देखा और परखा गया है।
अबकी बार 60 पार, युवा नेतृत्व… आदि आदि नारों के साथ चुनाव मैदान में उतरी भाजपा 14 फरवरी से पहले ही जनता का मूड़ भांप चुकी थी। स्पष्ट हो चुका था कि अबकी बार 2017 जैसा नहीं रहने वाला है। 14 फरवरी के बाद पार्टी के भीतर भितरघात के नाम पर मचे घमासान से हाईकमान सतर्क हो गया।
तमाम फीडबैक का विश्लेषण करने के बाद पार्टी ने समय रहते उत्तराखंड के लिए रणनीति बदलने में देर नहीं की। दरअसल, पार्टी को महसूस हो गया है कि चुनाव परिणाम के बाद सरकार बनाने के लिए खास राजनीतिक कौशल की जरूरत होगी।
अंक गणित को प्लस मोड में रखकर न केवल दुरूस्त करना है बल्कि साधे भी रखना है। यही वजह है कि पार्टी ने चुनाव परिणाम से पहले अपने परखे और खास चेहरों को आगे करना शुरू कर दिया है।
पिछले पांच दिनों से पूर्व सीएम एवं हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल पूरी तरह से ड्राइविंग सीट को थाम चुके हैं। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड को लेकर हाईकमान उन्हीं के साथ रणनीतिक चर्चाएं कर रहा है।