उत्तराखंड में पूर्व सीएम डा. निशंक ने संभाला मोर्चा
देहरादून। सत्ता के अंकगणित को साधने के लिए भाजपा के दिग्गज नेता एवं पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने मोर्चा संभाल लिया है। कहा जा सकता है कि वो ड्राइविंग सीट पर आ चुके हैं।
10 मार्च को विधानसभा चुनाव का परिणाम आना है। जिस प्रकार के संकेत मिल रहे हैं उससे ये तय है कि भाजपा के लिए 2017 जैसी स्थिति नहीं रहने वाली है। इसका भान भाजपा को भी हो चुका है। तमाम फीडबैक भी इस प्रकार के संकेत दे रहे हैं।
सीधे-सीधे शब्दों में कहें तो स्थिति 2002, 07 और 2012 जैसी रहने वाली है। यानि सरकार बनाने के लिए अंकगणित को साधना पड़ेगा। भाजपा की मौजूद स्टेट लीडरशिप में इस वक्त कोई ऐसा चेहरा नहीं जो अंक गणित को साध सकें।
यही वजह है कि पार्टी ने पूर्व सीएम एवं सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक को इस काम में लगाया है। उन्होंने बकायदा मोर्चा भी संभाल लिया है। 10 मार्च दोपहर बाद स्पष्ट हो जाएगा कि सरकार बनाने के लिए कितने और नंबर चाहिए।
भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय की देहरादून में डा. निशंक से मुलाकात से भी कई बातें स्पष्ट हो रही हैं। कहा जा सकता है कि डा. निशंक को भाजपा ने उत्तराखंड का स्टेयरिंग सौंप दिया है।