युवा न्याय संघर्ष समिति के मंच से लगा नारा…धामी जी कैसे मनाएं ईगास

तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। अंकिता भंडारी की हत्या की वजह बनें वीआईपी के नाम उजागर करने के लिए युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 22वें दिन भी जारी रहा। मंच से आज अंकिता हत्याकांड से उत्तराखंड है निराश, धामी जी कैसे मनाये ईगास बग्वाल के नारे लगे।
अंकिता हत्याकांड में छुपे वीआईपी के नामों को उजागर करने व विधानसभा भर्ती घोटाले के मुख्य दोषी प्रेमचन्द अग्रवाल सहित अन्य लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना जारी रहा। धरना स्थल से प्रदेश सरकार को संदेश देते हुऐ ’अंकिता हत्याकांड से उत्तराखंड है निराश धामी जी कैसे मनाये ईगास’ का नारा दिया गया ।
संयोजक हिमांशु रावत ने कहा कि आज युवा न्याय संघर्ष समिति के धरने को एक नई उमंग नई जीत की राह दिखी आज उच्च न्यायालय द्वारा एसआईटी को फटकार लगाते हुए उनके द्वारा सभी तथ्य को निरस्त कर 11 तारीख तक का समय देकर उन सभी सबूतों को नए तरीके से इकट्ठे कर उच्च न्यायालय को देने को बताया।
उत्तराखण्ड आंदोलनकारी बीना बहुगुणा ने कहा कि जिस प्रकार आज बहन अंकिता के माता-पिता द्वारा बताया गया कि जिस प्रकार एसआईटी द्वारा इस मामले को घुमाया गया हम उसके घर निंदा करते हैं और उच्च न्यायालय से यह भी मांग करते हैं कि इस मामले में दोषियों के साथ-साथ जिन्होंने कार्रवाई करने में कमी छोड़ी व दोषी को बचाने का काम किया उन पर भी उच्च न्यायालय द्वारा कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए अब हमें पूर्ण विश्वास है कि हमारी बेटी को न्याय जरूर मिलेगा और हमारी न्याय संघर्ष समिति द्वारा इस धरने को तब तक चलाया जाएगा जब तक बेटी को न्याय ना मिल जाए।
धरने पर प्रवीण जाटव, विनोद रतूड़ी, सुरेंद्र सिंह नेगी, उमंग देवरानी, मदन सिंह राणा, देवी प्रसाद व्यास, सुधा बडोनी, वीना बहुगुणा, सुंदरी डंगवाल, संजय सिल्सवाल, कुसुम केंतुरा, पूनम नेगी, सावित्री देवी, सूरज विश्नोई, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, अरविंद हटवाल, भगवती देवी चमोली, विमला रौथंड, स्वरुपी देवी, रविन्द्र कोर, कश्मीश सती, जसविंद्र, जया डोभाल, अशुतोष डंगवाल, आशीष सोंधी, मोहन सिंह असवाल, युद्धवीर सिंह चौहान, शकुन्तला देवी, लक्ष्मी देवी मेहरा, शुषिका भंडारी, गुड्डी डबराल, लक्ष्मी, हरि राम वर्मा, हरि सिंह नेगी, हिमांशु रावत आदि मौजूद रहे।