यूसर्क ने किया छह युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित

यूसर्क ने किया छह युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित
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युवा महिला वैज्ञानिक कॉनक्लेव

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा आयोजित महिला वैज्ञानिक कॉनक्लेव-2022 में छह युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया।

बुधवार को आई.आर.डी.टी. सभागार में आयोजित युवा महिला वैज्ञानिक कॉनक्लेव 2022-23 में राज्यपाल ले. जनरल सेनि, गुरूमत सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने छह युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया। इसमें यंग साइंटिस्ट एक्सलेंस आवॉर्ड एचएनबीजीयू, श्रीनगर की डा. अंजली पाटिल, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की श्रृद्धा लखेड़ा, यंग वूमेन साइंटिस्ट अचीवमेंट अवार्ड से डॉलफिन पीजी कॉलेज की डा. दीपाली राणा, डीएसबी कैंपस कुमाउं विश्वविद्यालय की डा. चेतना तिवाड़ी, डा. पूनम गुसाईं और गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, डाकपत्थर की डा. रूचि बडोनी को सम्मानित किया गया।

इस मौके पर राज्यपाल ले. जनरल सेनि, गुरूमत सिंह ने वर्तमान समय में महिलाएं विज्ञान के प्रसार सम्बन्धी कार्यों में विशिष्ट योगदान दे रही हैं। तथा विज्ञान के प्रत्येक क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान एवं नवाचार सम्बन्धी कार्यों में निरन्तर अनुकरणीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज सामाजिक स्तर पर महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यों में योगदान दिया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिये उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में बराबर सामाजिक भागीदारी प्रदान किये जाने की अत्यंत आवश्यकता है।

राज्यपाल ने यूसर्क के विभिन्न नवाचारी कार्यक्रमों एवं पर्यावरणीय वैज्ञानिक गतिविधियों की प्रशंसा करते हुये राज्य के युवाओं से इन कार्यक्रमों से लाभान्वित होने का आहवान किया। यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत ने अतिथियों का स्वागत करते हुये युवा महिला वैज्ञानिक कॉन्कलेव के आयोजन सम्बन्धी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रो0 रावत ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्य 2030 की अवधारणा को महिलाओं की भागीदारी एवं योगदान के बिना धरातल पर उतारना सम्भव नहीं है। इस सोच के तहत् यूसर्क द्वारा वैज्ञानिक अभिरूचि विकसित करने की दिशा में युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलायें शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैं जो कि आने वाले भविष्य के लिये एक अच्छा संकेत है। प्रो0 रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म को विकसित किया जा रहा है।

इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, रूड़की के कुलाधिपति जे0सी0 जैन ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है जिसमें विज्ञान, शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान सम्बन्धी कार्यों में विभिन्न तकनीकियों का प्रयोग आवश्यक हो गया है। इन सभी क्षेत्रों में प्रदेश और देश की महिलायें निरन्तर योगदान दे रहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रोत्साहित करने में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के माध्यम से यूसर्क द्वारा निरन्तर सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

कार्यक्रम की सम्मानित अतिथि उत्तराखण्ड उच्च शिक्षा की पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती दीप्ती रावत ने कहा कि उत्तखण्ड की कृषि में महिलाओं का सबसे अधिक योगदान रहता है। आज विज्ञान एवं तकनीकी की सहायता से उन्नत एवं जैविक कृषि के माध्यम से आजीविका को बढाते हुये रोजगार के अवसर उत्तराखण्ड की महिलाओं के लिये निश्चित रूप से लाभकारी होंगे।

कार्यक्रम में यूसर्क द्वारा यूसर्क के सूचना पत्रक, यूसर्क विज्ञान चेतना केन्द्र सूचना पत्रक, दो प्रकाशित का विमोचन महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डा. ओम प्रकाश नौटियाल एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. मंजू सुन्दरियाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. भवतोष शर्मा, डा0 राजेन्द्र राणा, ई0 उमेश चन्द्र, ओम जोशी, राजदीप जंग, हरीश प्रसाद ममगांई, शिवानी पोखरियाल, रमेश रावत आदि ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य एवं शिक्षक शिक्षिकायें सहित 300 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।

Tirth Chetna

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