डॉल्फिन (पीजी) इंस्टीटयूट में वर्ल्ड वेटलैंड डे पर कार्यक्रम

संगोष्ठी और फील्ड विजिट में छात्रों को वेटलैंड के महत्व को बताया
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। डॉल्फिन (पीजी) इंस्टीटयूट में वर्ल्ड वेटलैंड डे पर गोष्ठी, फील्ड विजिट और जागारूकता पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र/छात्राओं को वेटलैंड के महत्व के साथ मानवीय हस्तक्षेप से पैदा हो रही समस्याओं के बारे में बताया गया है।
डॉल्फिन (पीजी) इंस्टीटयूट जूलोजी डिपार्टमेंट के बैनर तले वर्ल्ड वेटलैंड डे पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें आसन वेटलैंड में एक संगोष्ठी, फील्ड विजिट और जागरूकता कार्यक्रम शामिल रहे।
कार्यक्रम में जूलॉजी के छात्र/छात्राओं के साथ-साथ जैव प्रौद्योगिकी, कृषि, बागवानी और माइक्रोबायोलॉजी के छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। जल, आर्द्रभूमि और जीवन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी की शुरुआत में, प्रतिभागियों को वेटलैंड और इसके महत्व पर फिल्म क्लिप से अवगत कराया गया।
जेडएसआई के प्रभारी अधिकारी डॉ. गौरव शर्मा ने वेटलैंड, इसके महत्व और जीव विविधता पर व्याख्यान दिया। इसी विषय पर आईआईएसडब्ल्यूसी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एम. मुरुगनंदम ने वैज्ञानिक शोध और जरूरत पर विस्तार से प्रकाश डाला।
शुक्रवार को डॉ बीना जोशी भट्ट ने आसन वेटलैंड के महत्व और आसन वेटलैंड में मानवीय गतिविधियों के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. डी. के. भारद्वाज और डॉ. शालिनी सिंह ने वेटलैंड्स की सुरक्षा के लिए छात्रों को प्रेरित किया।
छात्रों ने वेटलैंड के आसपास सफाई अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया। छात्रों ने पक्षियों को देखने का आनंद लिया और आर्द्रभूमि से प्लास्टिक कचरा भी एकत्र किया।