क्या लग रहा ऋषिकेश विधानसभा के मतदाताओं का मूड़
ऋषिकेश। ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का मूड़ क्या है। कुछ माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाता क्षेत्र की नुमाइंदगी किसे सौंपने का मन बना रहे हैं।
जी हां, एक और पांच साल के बाद कमान जनता के हाथ में आ गई है। वोट डालने तक जनता जनार्दन के रूप में रहेगी। बहरहाल, जनता को अगले पांच साल के लिए क्षेत्र का विधायक चुनना है। राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अब किसी भी दिन चुनाव की तिथियों का ऐलान हो सकता है।
राजनीतिक दल और तमाम नेता मैदान में जोर अजमाइश करने लगे हैं। इसी क्रम में हिन्दी न्यूज पोर्टल ने ऋषिकेश विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों मतदाताओं के मूड़ को भांपने का प्रयास किया। मतदाताओं की संख्या के लिहाज से राज्य की बड़े विधानसभा क्षेत्रों में से एक ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के मतदताताओं का इस बार मूड़ कुछ बदला-बदला सा लग रहा है।
लोगों से बातचीत में तमाम बातें भी सामने आई। लोगों के मूड़ से साफ लग रहा है कि ऋषिकेश विधानसभा के मतदाताताओं के मन में बहुत कुछ चल रहा है। प्रतिक्रियाएं मिश्रित मिली। मगर, विकास से लेकर उपेक्षा तक की बात को लेकर एक स्वर था। क्षमता और सरलता के सवाल भी लोगों के स्तर से सामने आए। लोगों के सवालों की सूची खासी लंबी है। सवाल भी तीखे हैं। सवाल उठाने वालों में खास लोग भी शामिल हैं।
लोगों के सवाल और नाराजगी नए समीकरणों को आकार दे रहे हैं। राज्य गठन के बाद अस्तित्व में आई ऋषिकेश विधानसभा सीट पर नजर डालें तो यहां एक बार कांग्रेस और तीन बार भाजपा को जीत मिली। चारों विधानसभा चुनावों में कुछ निर्दलीयों ने भी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। कांग्रेस के दो चुनाव बिगाड़ने में निर्दलीयों की भूमिका अहम रही।