क्या चल रहा है यमकेश्वर विधानसभा के मतदाताओं के मन में
यमकेश्वर। आखिर यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के मन में क्या चल रहा है। पांचवीं विधानसभा में क्षेत्र के लोग अपनी नुमाइंदगी किसे सौंपेंगे। आखिर कौन बनेगा यमकेश्वर का विधायक।
उत्तराखंड में अब कभी भी विधानसभा चुनाव की तिथि का ऐलान हो सकता है। राजनीतिक दल और नेताओं ने तिथि के ऐलान का इंतजार किए बगैर संबंधित क्षेत्रों में मूवमेंट बढ़ा दिया है। सत्ताधारी नेताओं का मूवमेंट वर्सेस विपक्ष के नेताओं का मूवमेंट साफ-साफ देखा जा रहा है।
इसी क्रम में हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com ने पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के कई क्षेत्रों में मतदाताओं के मूड़ को भांपने का प्रयास किया। राज्य में अभी तक हुए चार विधानसभा चुनाव में यहां जीत भाजपा को हासिल हो सकीं। हालांकि किसी भी चुनाव में कांग्रेस कमजोर साबित नहीं हुई।
ये जरूर है कि विधायक कांग्रेस का नहीं जीता। मगर, वोट कांग्रेस को भी जमकर पड़े। पार्टी के बागी प्रत्याशियों ने यहां कांग्रेस का काम बिगाड़ा। इसका सीधा-सीधा लाभ भाजपा को मिला। वोट के इस गणित में हमेशा से विकास कार्य गौण होते रहे हैं।
पांचवीं विधानसभा के लिए विधायक चुनने की तैयारी कर रहे मतदाताओं के मन में ये सारे तथ्य हैं। कहा जा सकता है कि यमकेश्वर विधानसभा के मतदाता इस बार 20 साल के कामकाज का मूल्यांकन कर रहे हैं। 2018/19 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तमाम कसक भी इस चुनाव में पूरी होने वाली हैं।
यहां कही क्षेत्रों में लोग चुनावी प्रबंधन से होने वाली ठगी से भी बिलकुल सावधान हैं। नारों से लेकर चेहरों तक पर इस बार लोग गौर करने को तैयार नहीं हैं। यानि यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता इस क्षेत्र की नुमाइंदगी चुनाव मैदान में उतरने वाले हर प्रत्याशी को परखकर ही सौंपेंगे।