पर्यटकों के लिए खुली फूलों की घाटी
31 अक्तूबर तक कर सकेंगे घाटी का दीदार
तीर्थ चेतना न्यूज
जोशीमठ। फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। आज से 31 अक्तूबर तक पर्यटक जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर फूलों की घाटी का दीदार कर सकेंगे।
विश्व धरोहर फूलों की घाटी गुरूवार को पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। नंदा देवी नेशनल पार्क का हिस्सा फूलों की घाटी में पर्यटकों के स्वागत के लिए पार्क प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
फूलों की घाटी तक के पहुंच मार्ग से बर्फ साफ कर दी गई है। अब 31 अक्तूबर तक पर्यटक जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर फूलों की घाटी का दीदार कर सकेंगे। इस बार गत वर्ष के मुकाबले अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि फूलों की घाटी में फूलों की 600 से अधिक प्रजातियां खिलती हैं। 2005 में यूनेस्को ने फूलों की घाटी को विश्व धरोहर घोषित किया था। किंवदंती अनुसार, रामायण काल में हनुमान संजीवनी बूटी की खोज में इसी घाटी में आए थे।
1931 में ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ और उनके साथी आर एल होल्डसवर्थ ने फूलों की घाटी का पता लगाया था। उक्त दोनों पर्वतोराहियों का कामेट पर्वत अभियान से लौटते हुए इसका दीदार हुआ था।
घाटी की खूबसूरती से अभिभूत स्मिथ 1937 में फिर से घाटी का दीदार करने पहुंचे। उन्होंने वैली ऑफ फ्लॉवर्स” नाम से एक पुस्तक लिखी। इसके बाद ये पूरा क्षेत्र विश्व की नजरों में आया।