ऋषिकेश में ट्रेन में मिले महिला के शव के टुकड़ों का खुलासा
गुजरात नहीं मध्य प्रदेश के रतलाम की मीरा बेन का था शव
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। इंदौर और ऋषिकेश में ट्रेन में मिले महिला के शव के टुकड़ों का खुलासा हो गया है। महिला गजरात नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली थी।
आठ जून को इंदौर रेलवे स्टेशन पर महू नागदा पैसेंजर एक्सप्रेस मेें एक महिला का शव छह छुह टुकड़ों में एक बोरी में मिला था। इंदौर जीआरपी अभी इसी गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई थी में 10 जून को योगनगरी, ऋषिकेश में ट्रेन में महिला के शव के कुछ टुकड़े मिले।
इंदौर और देहरादून पुलिस ने मिलकर इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया। इसमें महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुआ महिला के हाथ पर गुदवाया गया नाम। हाथ पर मीरा बेन गोपाल भाई लिखा था। पहले पहल पुलिस ये मानकर चल रही थी कि महिला गुजरात से हो सकती है।
पुलिस ने इस दिशा में जांच भी की। मगर, जांच में ये बात सामने आई कि महिला रतलाम की थी। पुलिस महिला के घर तक पहुंची तो महिला के पति ने सामान और हुलिया से मीरा बेना की शिनाख्त कर दी।
महिला के शव की शिनाख्त होने के बाद इंदौर पुलिस ने अपना फोकस हत्यारे की तलाश पर कर दी। कुछ ही दिनों मंे पुलिस को सफलता भी मिल गई। दरअसल, छह जून को मीरा बेन घर से मथुरा जाने के लिए उज्जैन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी।
इसी दौरान कमलेश ने उसे बताया कि ट्रेन निकल चुकी है। साथ ही महिला को अपने घर चलने और आराम करने के बाद उसे ट्रेन में बिठाने का भरोसा दिया। इंदौर पुलिस के मुताबिक पूछताछ में कमलेश ने स्वीकारा की घर में उसने मीरा बेन को खाने में बेहोशी की दवाई दी। मीरा के बेहोश होते ही कमलेश ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया। मीरा को होश आया तो उसने विरोध किया तो कमलेश ने उसके सिर पर लोहे की रोड से वार कर दिया।
इसके बाद कमलेश ने चाकू से उसके शरीर के कई हिस्से किए और नागदा पैसेंजर एक्सप्रेस में रखी दिया और दूसरा बोरा ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन में रख दिया।
महिला के शव को ठिकाने लगाने के बाद कमलेश ने कुछ दिन बाद महिला के फोन का उपयोग करना शुरू कर दिया और पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई। कमलेश को हिरासत में लेने के बाद उसकी मूकबधिर पत्नी ने उसकी एक-एक बात पुलिस को बता दी। इस तरह से पुलिस ने इंदौर और ऋषिकेश में ट्रेन में मिली महिला की हत्या के मामले का खुलासा हो गया।