ऋषिकेश से आगे पहाड़ कब चढ़ेगी ट्रेन ?
आरवीएन के जीएम अजीत यादव ने स्पष्ट की स्थिति
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को लेकर एक ही सवाल आखिर ट्रेन पहाड़ कब चढ़ेगी। क्या प्रोग्रेेस है प्रोजेक्ट की।
शुक्रवार को रेल विकास निगम के महाप्रबंधक/मुख्य अभियंता अजीत यादव ने मीडिया के सम्मुख स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने प्रोजेक्ट से जुड़ी तमाम बातों को भी मीडिया के सम्मुख रखा।
बताया कि प्रोजेक्ट के धरातलीय कार्यों की प्रगति संतोषजनक है। 2025 के बजाए दिसंबर 2026 तक प्रोजेक्ट को पूरा करने/ट्रायल लाकय बनाने के प्रयास हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि 2025 का लक्ष्य रखा गया था। कोविड-19 से पैदा हुए हालात से प्रोजेक्ट पर असर पड़ा। यही वजह है कि कार्य पूरा होने का लक्ष्य आगे बढ़ा है। उन्होंने दावे साथ कहा कि प्रोजेक्ट पर कार्य लक्ष्य के मुताबिक हो रहा है। इसमें आ रही एक के बाद एक चुनौतियों को आरवीएन पार कर रहा है।
जीएम अजीत यादव ने बताया कि प्रोजेक्ट साइट के भवनों पर मिल रही दरारों की शिकायतों का जिला प्रशासन की मध्यस्थता में निरकारण किया जा रहा है। लोनिवि के मानकों के मुताबिक संबंधित भवन स्वामियों को मुआवजा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के तहत पर्यावरण संरक्षण पर भी खास फोकस किया गया है। 34 डपिंग यार्डों का उपयोग किया जा रहा है। डंपिंग यार्डों को जल्द ही हरित क्षेत्र में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए आरवीएन राज्य सरकार को धनराशि मुहैया करा चुका है।
जीएम यादव ने सीएसआर के तहत हुए कार्य और प्रस्तावित कार्यों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल ट्रेक पर बनने वाले रेलवे स्टेशनों के निर्माण हेतु जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे। इस मौके पर डा. विजय डंगवाल, ओमप्रकाश मालगुड़ी आदि अधिकारी मौजूद रहे।