दो सूत्रीय मांग को लेकर वन बीट अधिकारियों का कार्य बहिष्कार जारी

अधीनस्थ वन सेवा नियमावली 2016 की बाहली की मांग
तीर्थ चेतना न्यूज
मुनिकीरेती। अधीनस्थ वन सेवा नियमावली 2016 में हुए संशोधन से प्रभावित राज्य के वन बीट अधिकारियों का कार्य बहिष्कार और प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालयों में धरना सातवें दिन भी जारी रहा।
उल्लेखनीय है कि अधीनस्थ वन सेवा नियमावली में हुए संशोधन के बाद बीट अधिकारियों के प्रमोशन पूरी तरह से ठप्प हो गए हैं। 2016 की नियमावली में वन दरोगा का पद प्रमोशन का पद था। नियमावली में संशोधन के बाद 67 प्रति प्रमोशन और 33 प्रतिशत सीधी भर्ती से कर दिया गया।
सरकार ने वन दरोगा की सीधी भर्ती से बंपर पद भर दिए और दुबारा अधियाचन भी भेज दिया। इसको लेकर नाराज बीट अधिकारी वन बीट अधिकारी संघ के बैनर तले आंदोलनरत है। संघ ने पहले विभागीय अधिकारियों के सम्मुख कई बार अपना मामला रखा। तीन फरवरी को सीएम को भी ज्ञापन सौंपा। बात नहीं बनी तो छह फरवरी से 10 फरवरी तक बीट अधिकारियों ने काली पटटी बांधकर काम किया। 11/12 फरवरी को प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में धरना दिया।
13 से वन बीट अधिकारी पूरी तरह से कार्य बहिष्कार पर हैं। वन बीट अधिकारी/ वन आरक्षी संघ की टिहरी जिला इकाई के अध्यक्ष विकास सेमवाल ने बताया कि मुनिकीरेती प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय पर धरना जारी है। उन्होंने कहा कि विभाग के आलाधिकारियों से लगातार दो सूत्री मांगों वन दरोगा पद पर शत प्रतिशत प्रमोशन और वर्दी नियम में संशोधन की वन आरक्षियों हेतु एक स्टार का प्राविधन करना शामित है।
इस मौके पर बीट अधिकारी/ वन आरक्षी संघ की टिहरी जिला इकाई के अध्यक्ष विकास सेमवाल के अलावा स्चिन रौतेला, संजय खनका, हेमंत बिजल्वाण, सुरेंद्र प्रताप सिंह, दीपक विनीत गैरोला, अमिता सैनी, कोमल सैनी, मंजू असवाल, किरण रावत, विजय, ऋषि प्रकाश, निधि तोमर, बेताल सजवाण, सुरेश पैन्यूली, अभिषेक नेगी, अरविंद चौहान, नैना देवी, आरती जुगत्वाण, पूरण सिंह राणा आदि मौजूद रहे।