शिक्षा विभाग के अधिकारियों का किस माह का वेतन रोका
देहरादून। सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे नौनिहालों तक किताबें समय से न पहुंचने के लिए विभाग के सबसे बड़े अधिकारी ने स्वयं समेत प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारियों का वेतन रोक दिया। सवाल है कि आखिर किस माह का वेतन रोका ।
विभाग के सबसे बड़े अधिकारी की ये संवेदनशीलता काबिलेतारीफ है। अखबारों में भी कुछ-कुछ इसी तरह की खबरें हैं। मगर, सवाल है कि आखिर किस माह का वेतन रोका गया है। मई का वेतन अधिकारियों को मिल चुका है। जून का वेतन जुलाई प्रथम सप्ताह में मिलना है।
बड़े अधिकारी ने एक सप्ताह का समय दिया है कि किताबें घर-घर तक पहुंचाओ। किताबों ब्लॉकों तक पहुंच भी चुकी हैं। एक सप्ताह के भीतर बच्चों तक पहुंच भी जाएंगी। यानि वेतन रूकने की कोई सूरत दूर-दूर तक नहीं बन रही है।
दरअसल, निःशुल्क पुस्तक शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले सप्ताह में ही नौनिहालों तक पहुंच जानी चाहिए। जब से राज्य में निःशुल्क पुस्तक दी जा रही हैं तब से कभी ऐसा विभाग नहीं कर सका। किताबें छात्रों तक पहुंचने में विलंब की शुरूआत बड़े स्तर से ही होती है। हो हल्ला होने पर कभी सख्ती की बात तो कभी चिटठी पत्री तो इस बार वेतन रोकने की बात हो रही है।