उत्तराखंड में टोटकों की राजनीति जोरों पर

फर्जी बाबा बता रहे लक्ष्य तक पहुंचने का तंत्र मंत्र
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। उत्तराखंड की राजनीति में ऑल इज वेल माना जा रहा है। ये बात अलग है कि सब कुछ ठीकठाक के बावजूद टोटकों का बाजार गर्म है। नेताओं के समर्थक फर्जी बाबाओं की शरण में हैं। बाबा भी लक्ष्य तक पहुंचने के तंत्र मंत्र फूंक भी रहे और समझा भी रहे हैं।
उत्तराखंड की राजनीति में कुर्सी की सलामती और शत्रु नाशक ग्रहों की मजबूती के लिए टोना टोटका करने की बात नई नहीं है। अंतरिम सरकार के समय से ये सुना जाता रहा है। अब आश्चर्य की बात ये है प्रचंड बहुमत में भी ऐसा सुना जा रहा है।
12 जुलाई से शनि बक्री क्या हुआ कि उत्तराखंड की राजनीति में टोना टोटकों पर जोर की बात चर्चा में आने लगी। सत्ता तो सत्ता बिन सत्ता वालों की खेमे से भी कई बात सामने आ रही हैं। पुष्टि किसी की भी नहीं है। बावजूद कुछ नेताओं के समर्थक उनकी मजबूती के लिए तंत्र मंत्र का सहारा लेने की खूब चर्चा हो रही है।
फर्जी बाबा मंत्र फूंक रहे हैं। चतुर्मास के मंत्रों की ताकत भी समझा रहे हैं। बता रहे हैं कि नेता जी लक्ष्य तक जरूर पहुंचेंगे। राजनीति बड़ी पारदर्शी होती है। इसमें कम से कम लीकेज जरूर दिखते हैं। जिन्हे समीकरण कहा जाता है। ऐसा अभी तक दूर-दूर तक नहीं दिख रहा है।
ऐसे में सवाल उठता है कि कैसा लक्ष्य, कैसे ग्रह-चाल। हां कोई वापसी तो कुछ नजरें इनायत के लिए ऐसा कर रहा हो तो कहा नहीं जा सकता।