उत्तराखंड की जरूरत सिर्फ चुनाव… चुनाव और चुनाव ? ??
देहरादून। उत्तराखंड राज्य सिर्फ चुनाव… चुनाव और चुनाव के लिए बना है। चुनाव समय से कराने, माननीयों के लिए डोले और परकोटे समेत तमाम व्यवस्थाएं समय से करना सिस्टम की प्राथमिकता।
इन दिनों देश कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में है। उत्तराखंड कोरोना संक्रमण से कराह रहा है। सिस्टम का पूरा अटेंशन विधानसभा चुनाव पर है। बुखार से तपते और खांसी से परेशान कर्मचारियों पर चुनाव डयूटी का हांका है।
हैरानगी की बात ये है कि चुनाव लड़ने को उतावले किसी भी नेता इस पर मुंह नहीं खोला। उन्हें सिर्फ टाइम से चुनाव चाहिए। ताकि उनकी विधायकी में एक दिन का विलंब न हो। सरकारी सुख सुविधाएं जल्द से जल्द बहाल हो जाएं।
चुनाव कराने को अपनी प्राथमिकता तय कर चुके सिस्टम को इससे कोई मतलब नहीं कि ठंड की स्थिति क्या है। कर्मचारियों को क्या-क्या दिक्कतें आ रही हैं। गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर्मचारी कैसे झेलेंगे। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अधिकारी पीपी किट में चुनाव कराने तक की बात कर रहे हैं।
कुल मिलाकर इससे ऐसा लगता है कि जैसे उत्तराखंड राज्य सिर्फ चुनाव…चुनाव और चुनाव के लिए ही बना हो।