हरिद्वार। सरकारी स्कूलों के प्रति समाज में धीरे-धीरे बढ़ता भरोसा गली मुहल्लों में खुले कुछ प्राइवेट स्कूलों को रास नहीं आ रहा है। ऐसे स्कूल सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे छात्र/छात्राओं को अपने स्कूल में एडमिशन दिलाने को तमाम हथकंडे अपना रहे हैं।
ऐसे ही हथकंडों का ताजा मामला हरिद्वार जिले के रूड़की ब्लॉक के एक सरकारी स्कूल में सामने आया। बीते दिनों यहां एक महिला एक छात्रा की टीसी लेने पहुंची। स्कूल की प्रधानाध्यापिका को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने महिला से छात्रा से संबंध के बारे में जानकारी ली।
संदेह और गहराया तो स्कूल ने टीसी देने से मना कर दिया। इसके बाद महिला मौके से चली गई। बाद में ये बात सामने आई कि महिला पास के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती है और सरकारी स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को अपने स्कूल में एडमिशन के लिए प्रेरित कर रही है।
दरअसल, सरकारी स्कूलों में छात्रों की बेहतरी को हो रहे प्रयास से समाज का भरोसा बढ़ा हैं। छात्रों की संख्या बढ़ रही है। परिणाम गली मुहल्लों के निजी स्कूलों में छात्र संख्या घट रही है। इससे चिंतित कुछ निजी स्कूल संचालक ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं।
डीईओ माध्यमिक गोविंद जयसवाल ने माना कि इस प्रकार की मामला संज्ञान में है। उन्होंने कहा कि अभिभावक से इत्तर कोई छात्र का टीसी लेने नहीं आ सकता। इस मामले को दिखाया जाएगा।