उत्तराखंड तरसा एक नए जिले के लिए राजस्थान में एक ही दिन में बनें 19 नए जिले

तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। 22 सालों में उत्तराखंड एक नए जिले के गठन के लिए तरस गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक दिन में 19 नए जिलों के गठन का ऐलान कर दिया। इसके लिए करीब दो हजार करोड़ का प्राविधान किया गया है।
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों से शुरू हुआ उत्तराखंड राज्य का सफर 22 सालांे में भी ज्यों का त्यों है। हां, तहसील/उपतहसीलों को मिलाकर शतक पूरा हो चुका है। यानि उत्तराखंड में अभी तक मुख्यमंत्री/सरकारें तहसील से आगे नहीं बढ़ सकीं।
2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने जरूरी पांच नए जिलों का ऐलान किया था। मगर, उनकी पार्टी को रास नहीं आया। उन्हें तुरंत पद से हटा दिया गया।
2016 में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नए मंडल की घोषणा की तो उन्हें भी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। इस मामले में राज्य को भाजपा को स्पष्ट बहुमत देने का लाभ भी नहीं मिला। जबकि राज्य में जन सुविधाओं के लिए कम से कम 12 नए जिलों के गठन की जरूरत है।
इससे इत्तर राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने एक दिन में ही 19 नए जिलों और तीन नए संभाग यानि मंडलों का ऐलान कर दिया। नए जिले उत्तराखंड राज्य के कुल जिलों से अधिक हैं। अब राजस्थानों में जिलों की संख्या 50 और संभाग की संख्या 10 हो गई। इसे चुनावी घोषणा भी नहीं कहा जा सकता। वजह नए जिलों को स्थापित करने के लिए करीब दो हजार करोड़ का प्राविधान किया गया है।