कितनी तेजी चल रही उत्तराखंड में सरकार
विधानसभा का पांच दिन का सत्र दो दिन में ही निपटा दिया
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार का असर दिखने लगा है। सरकार तेजी से चलने लगी है। सरकार की तेजी का ही कमाल है कि पांच दिन के लिए प्रस्तावित विधानसभा का सत्र दो दिन में ही निपट गया। इस तेजी से विपक्ष हक्का-बक्का है।
निपटने और निपटाना उत्तराखंड की राजनीति का स्थायी गुण रहा है। अब ये गुण पूरे सिस्टम में दिखने लगा है। पेंडिंग काम निपटें तो ये गुण राज्य के लोगों को फील गुड करा दे और वास्तव में अच्छे दिन आ जाएं। मगर, यहां तक सवाल जवाब निपटाए जाने लगे हैं।
विधानसभा का पांच दिन के लिए प्रस्तावित सत्र का दो दिन में ही निपटने से तमाम सवाल उठ रहे हैं। सवाल ये कि जिन ज्वलंत मुददों पर इस सत्र में कुछ होने की उम्मीद लोग कर रहे थे वैसा कुछ नहीं हुआ। नौकरी घोटाले पर सरसरी चर्चा हुई।
अंकिता भंडारी मर्डर केस का भी यही हाल रहा। सरकार ने बजट का मामला निपटाया और सत्र को स्थगित करने का प्रस्ताव रख दिया। डबल इंजन सरकार की इस तेजी के सामने विपक्ष भी एक तरह से गच्चा खा गया। अब जो भी कहना सुनना होगा सदन के बाहर ही होगा।
बहरहाल, पांच दिन के सत्र के दो दिन में ही निपट जाने से राज्य के तमाम सवालों को स्थान नहीं मिल सका। हालांकि विधानसभा की भाषा में बिजनेस दो दिन में भी पूरा हो गया।
इससे ये बात तो तय हो गई है कि राज्य के आम लोग जिन्हें बड़ा मुददा समझता है वो विधानसभा के लायक नहीं होते। ऐसा पहली बार नहीं हुआ। भाजपा और कांग्रेस सत्ता में रहते हुए ऐसी प्रैक्टिस करती रही हैं। ये उत्तराखंड राज्य के लोगों के साथ छल है।