श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी के ऋषिकेश कैंपस के अधिकांश विभागों में लैब असिस्टेंट नहीं

ऋषिकेश। श्री देव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के ऋषिकेश कैंपस भौतिक संसाधनों के साथ ही मानव संसाधन की कमी से भी जूझ रहा है। कैंपस के अधिकांश विभागों में लैब असिस्टेंट नहीं हैं।
इन दिनों श्री देव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं चल रही हैं। विज्ञान संकाय के विषयों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं लेने परीक्षक आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा तैनात परीक्षक यूनिवर्सिटी के ऋषिकेश कैंपस की व्यवस्थाओं से हतप्रभ हैं।
कैंपस के अधिकांश विषयों में लैब असिस्टेंट नहीं। ऐसे में समझा जा सकता है कि प्रैक्टिकल कैसे हो रहे होंगे। यकीन मानिए कि ऐसे स्थिति तो सरकार के नए खुले कॉलेजों में भी नहीं है। नए कॉलेज भी यूनिवर्सिटी कैंपस के सामने इतराने की स्थिति में हैं।
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और आसिस्टेंट प्रोफेसर किसी तरह से प्रैक्टिकल करवा रहे हैं। गवर्नमेंट कॉलेजों से आ रहे परीक्षकों के सामने यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक संसाधनों के अभाव में हनक दिखाने की स्थिति में नहीं हैं।
नियामक संस्था यानि यूनिवर्सिटी कैंपस की ऐसी स्थिति को देखकर बाहर से आ रहे परीक्षक क्या सोच रहे होंगे समझा जा सकता है। ऐसी व्यवस्थाओं पर स्टेकहोल्डर वैसे ही चुप्पी साधे हुए हैं जैसे सौ के पार पहुंचे पेट्रोल पर। कॉलेज कैंपस को यूनिवर्सिटी कैंपस में तब्दील करने वाले अब कहीं नहीं दिख रहे। इससे सबके तरने और सबको तारने वाले अब झांकने को भी नहीं आ रहे।