सरकार! सबधारखाल क्षेत्र की क्यों हो रही उपेक्षा
देवप्रयाग-पौड़ी के बीच 44 किमी. में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं
तीर्थ चेतना न्यूज
सबधारखाल। भाजपा सरकार में सबधारखाल क्षेत्र की हर स्तर पर उपेक्षा हो रही है। क्षेत्र एक अदद डिग्री कॉलेज के लिए तरस गया है। ऐसा राजनीतिक नेतृत्व का अभाव और लोगों का भाजपा के प्रति अति भरोसे की वजह से हो रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोग अब इस बात को खुलेतौर पर स्वीकारने लगे हैं।
देवप्रयाग-पौड़ी के ठीक मध्य में स्थित सबधारखाल क्षेत्र करीब तीन दर्जन छोटे-बड़े गांवों को शैक्षिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र है। कभी इस क्षेत्र को पॉलीटिकल क्लास खूब तवज्जो देते थे। मगर, भाजपा के शासन में इसकी उपेक्षा हो रही है।
क्षेत्र का आशातीत विकास नहीं हो रहा है। इस प्रकार के आरोप क्षेत्र के लोग अक्सर लगाते रहे हैं। देवप्रयाग-पौड़ी के बीच करीब 44 किमी. में एक भी डिग्री कॉलेज का न होना इस बात का प्रमाण भी है। भाजपा सरकार राज्य भर में थोक के भाव डिग्री कॉलेज खोल रही है। मगर, जरूरत वाले क्षेत्र सबधारखाल के बारे में कभी संज्ञान नहीं लिया जा रहा है।
सबधारखाल का डिग्री कॉलेज का दावा हाल में खोले गए किसी भी क्षेत्र से ज्यादा मजबूत है। बावजूद यहां डिग्री कॉलेज नहीं खुल रहा है। क्षेत्र की इस उपेक्षा की सबसे बड़ी वजह मजबूत राजनीतिक नेतृत्व का अभाव है।
साथ ही पिछले कुछ समय से लोगों का भाजपा के प्रति अति भरोसा भी यहां उपेक्षा का सबसे बड़ा कारण बना है। उक्त क्षेत्र विधायक निधि, जिला प्लान के छोटे-मोटे कार्यों तक ही सीमित होकर रह गया है।
पर्यटन और ट्रेकिंग की संभावनाओं का समेटे सबधारखाल-देवप्रयाग रूट ( सबधारखाला-कुंडी- लीही, धारी, पोखरी, कोठी, देवप्रयाग) को विकसित करने के लिए अभी तक किसी विधायक ने संज्ञान नहीं लिया। जबकि क्षेत्र के लोग समय-समय पर मांग भी करते रहे हैं।