विधानसभा नौकरी घोटाले की भेंट चढ़ी संघ के प्रांत प्रचारक की कुर्सी
आरएसएस ने लिया उत्तराखंड के विवादों का संज्ञान, प्रांत प्रचारक को हटाया
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उत्तराखंड में नौकरी घोटाले समेत तमाम अन्य मामलों का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने संज्ञान लेते हुए प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह और सह प्रांत प्रचारक को हटा दिया।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा भर्ती घोटाले में संघ के कुछ पदाधिकारियों के नाते-रिश्तेदार/सगे-संबंधियों के नाम सामने आए थे। इसमें प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह का नाम प्रमुख रूप से शामिल था। एक सूची भी वायरल हुई थी। इसको लेकर संघ ने एफआईआर तक दर्ज कराई।
यहां तक कि पहली बार ऋषिकेश स्थित संघ के कार्यालय पर प्रदर्शन तक हुआ। बहरहाल, उक्त आरोपों को संघ के शीर्ष नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया। प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह और सह प्रांत प्रचारक देवेंद्र सिंह को राज्य से हटा दिया गया है।
दोनों को उत्तर प्रदेश में अन्य कार्यों में लगाया गया है। हालांकि अभी संघ के स्तर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बहरहाल, संघ ने तो इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक्शन भी ले लिया। मगर, विधानसभा नौकरी घोटाले के मामले में भाजपा ने कोई एक्शन नहीं लिया।
अब लोगों में ये चर्चा आम है कि भाजपा विधानसभा के नौकरी घोटाले को पचा गई है। नौकरी घोटाले के सूत्रधारों का बॉडी लैंग्वेज और उनके खास समर्थकों के रवैए से तो कम से कम यही लग रहा है। अब भाजपा की सरकार पर आरोप लगने लगा हैं कि वो बैक डोर से नौकरी पाए लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। कोर्ट से उक्त लोगों को राहत मिलने को इसी दृष्टि से देखा जा रहा है। इस मामले में जनता के बीच भाजपा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।