राष्ट्रीय संस्कृत शिक्षा संस्थान सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग और प्रदेश के साथ व्यापक पहचान जोड़ेगा।
ये कहना है प्रदेश के राज्यपाल डा. केके पॉल का। पॉल सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग में देश के 13 वें संस्कृत शिक्षा संस्थान के एक भवन और स्टेडियम के शिलान्यास के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि संस्कृत को आम लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। ताकि इसे व्यापक प्रचार प्रसार हो सकें। अनुवाद के माध्यम से ऐसा संभव है। संस्कृत शिक्षा संस्थान के कुलपति प्रोफेसर परमेश्वर नारायण शास्त्री ने कहा कि जल्द ही संस्थान आकार लेगा।
उन्होंने कहा कि सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग के महात्म पर संस्कृत संस्थान चार चांद लगाने वाला साबित होगा। उन्होंने संस्थान की स्थापना में स्थानी लोगों की सराहना की।
संस्कृत शिक्षा संस्थान के प्रभारी प्रोफेसर केबी सुब्बारायडु ने सभी का आभार प्रकट किया। साथ ही भरोसा दिया कि संस्थान राज्य की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर वनमाली विस्वाल ने किया।
इस मौके पर विधायक विनोद कंडारी, मुकेश कोहली, जिलाधिकारी सुशील कुमार, एसएसपी मुख्तार मोहसिन, श्री रघुुुनाथ कीर्ति संस्कृत महाविद्यालय के प्रबंधक कृष्ण कांत कोटियाल, पालिकाध्यक्ष, प्रोफेसर बाल मुरगन, डा. शैलेंद्र नारायण कोटियाल, मुकेश शर्मा, मनीष जुगराण आदि मौजूद थे।