भजराम हवलदारी से मुक्त हुए हैं शिक्षकः राम सिंह चौहान
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। राजकीय शिक्षकों ने सिर्फ भजराम हवलदारी ( हेड मास्टर/ प्रिंसिपल पद का प्रभार) छोड़़ा है। शिक्षक अपना कार्य पूरे मनोयोग से कर रहे हैं। ऐसे में विभाग का कार्यवाही जैसी बात करना ठीक नहीं है।
ये कहना है राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान का। तीर्थ चेतना से बातचीत में उन्होंने कहा कि शिक्षक शासन/ विभाग के उन निर्देशों का पालन कर रहे है जिसमें शिक्षकों को शिक्षणेत्तर कार्य नहीं करने हैं।
उन्होंने कहा कि प्रभारी हेड मास्टर/ प्रिंसिपल का पद से संबंधित शिक्षक मुक्त हुए हैं। वैसे भी ये पद सिर्फ भजराम हवलदारी जैसा है। प्रभारी प्रिंसिपल के पास डीडीओ पावर नहीं होती। कहा कि प्रभार छोड़ने वाले शिक्षक अपने मूल कार्य को पूरे मनोयोग से कर रहे हैं। ये सीधे-सीधे छात्र हित से जुड़ा मामला है।
राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चौहान ने सवाल उठाया कि प्रिंसिपल का प्रभार 10-15 दिन, एक माह तो ठीक है। सालों साल तक प्रभारी प्रिंसिपल की व्यवस्था शिक्षणेत्तर कार्य है। स्कूलों में प्रिंसिपल की तैनाती न होने पर भी गौर किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को शिक्षणेततर कार्यों से हटना कहीं से भी कर्मचारी अचारण नियमावली का उल्लंधन नहीं है। ऐसे में विभाग का कार्यवाही की बात करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राजकीय शिक्षक संघ शिक्षकांे की एक-एक मांग पर अडिग है।