प्रो. तलवाड़ ने बदल दी गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज चकराता की सूरत
एक प्रिंसिपल ऐसा भी
उत्तराखंड देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जहां 80 प्रतिशत से अधिक गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेजों में प्रिंसिपल तैनात हैं। कुछ प्रिंसिपल ने बेहतर काम, कुशल नेतृत्व से कॉलेज की तस्वीर बदल दी। राज्य के दुर्गम क्षेत्रों के ऐसे कॉलेजों और लीड कर रहे प्रिंसिपलों को हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com का सलाम।
आज से हम ऐसे कॉलेजों के प्रिंसिपल पर एक प्रिंसिपल ऐसा भी नाम से साप्ताहिक कॉलम प्रकाशित कर रहे हैं। कॉलम हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com के साथ ही रविवार को प्रकाशित होने वाले हिन्दी सप्ताहिक तीर्थ चेतना में भी प्रकाशित किया जाएगा।
देहरादून। राज्य के सुदूर क्षेत्र चकराता के पुरोड़ी में स्थित गुलाब सिंह गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज की बिल्डिंग से लेकर यहां तैयार किए गया शैक्षणिक माहौल देखते ही बनता है। ऐसा संभव हुआ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. केएल तलवाड़ के कुशल नेतृत्व में।
गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज अभी किशोर अवस्था में है। कॉलेज को बने 17 साल ही हुए हैं। इन सालों में पिछले तीन-चार सालों में कॉलेज मेंं आधारिक सुविधा से लेकर शैक्षणिक माहौल बनाने के शानदार प्रयास हुए हैं। कॉलेज में प्रयास दिखते भी हैं।
इन प्रयासों को लीड कर रहे कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. केएल तलवाड़। पूरी तरह से कॉलेज के लिए समर्पित प्रो. तलवाड़ ने छात्र/छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए अपने पिता स्व. सांई दास की स्मृति में स्कॉलरशिप शुरू की। हर वर्ष मेधावी छात्र इस स्कॉलरशिप से लाभान्वित होते हैं।
अर्थशास्त्र के प्राध्यापक रहे प्रो. तलवाड़ ने कॉलेज में हिन्दी का प्राध्यापक न होने की स्थिति में कोरोना काल में हिंदी के विद्यार्थियों के लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की पुस्तक की रचना की और नोट्स व्हाटसेप ग्रुप पर उपलब्ध कराये।
कॉलेज की पत्रिका ’सृजन’ और ई-न्यूज लैटर ’प्रतिबिंब’ उनकी सकारात्मकता और कुछ हटकर करने का प्रमाण है। युवा प्राध्यापकों को प्रोत्साहित करने और छात्रों में उत्साह का संचार करने का उनका हुनर कमाल का है। विज्ञान भवन का निर्माण पूरा कराने के लिए प्रिंसिपल द्वारा दिखाया गए जुनून ने क्षेत्र के लोगों को उनका कायल बना दिया।
आज कॉलेज के पास शानदार विज्ञान भवन है। साथ ही रूसा से विभिन्न विकास कार्यों के लिए मिले बजट का बेहतर उपयोग यहां निर्मित 24 कंप्यूटर से सुसज्जित लैब में दिखता है। कुल मिलाकर चकराता डिग्री कॉलेज उत्तराखंड में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है।
प्रोफेसर तलवाड़ 17 दिसंबर को स्पर्श गंगा श्री पुरस्कार से सम्मानित किए जायेंगे।