प्रो. अंजना श्रीवास्तव राजकीय सेवा से निवृत्त
एक अच्छी शिक्षिका और टीम लीडर के रूप में याद करेंगे साथी
तीर्थ चेतना न्यूज
हल्दूचौड़। प्रो. अंजना श्रीवास्तव गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, हल्दूचौड़ के प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त हो गई हैं। उन्हें छात्र/छात्राएं और शिक्षक एक अच्छी शिक्षिक और टीम लीडर के तौर पर याद रखेंगे।
उत्तर प्रदेश/ उत्तराखंड के उच्च शिक्षा विभाग में करीब 40 साल की सेवा के बाद प्रो. अंजना श्रीवास्तव 31 अक्तूबर को गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, हल्दूचौड़ से सेवानिवृत्त हो गई। राजनीति विज्ञान की प्राध्यापिका के तौर पर उन्होंने वर्ष 1984 में अपने कैरियर की शुरूआत की थी।
सुदूर स्थित गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज वेदीखाल शुरू हुआ डा. अंजना श्रीवास्तव का एक शिक्षिका का सफर गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, रूद्रपुर, ऑटोनोमस पीजी कॉलेज, ऋषिकेश तक चला। इस दौरान उन्होंने छह छात्र/छात्राओं ने उनके निर्देशल डॉक्टेर की उपाधि प्राप्त की। तीन दर्जन से अधिक शोध पत्र भी प्रकाशित हुए। पांच पुस्तकें राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय विषयों पर प्रकाशित हो चुकी है।
2017 में सुदूर गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, त्यूनी के प्रिंसिपल पद पर प्रमोट हुई। यहां उनके प्रशासकीय क्षमताओं की परीक्षा हुई। प्रो. अंजना श्रीवास्तव इसमें पूरी तरह से सफल रही।
सात साल में उन्होंने इस सुदूर स्थित डिग्री कॉलेज को अच्छी स्थित में ला खड़ा किया। अपनी लगन, सरलता ,परिश्रम एवं कर्मठता से विभिन्न बाधाओं का सामना करते हुए महाविद्यालय को नवीन भव्य भवन में स्थापित किया। अपने प्रयासों से लम्बे समय से महाविद्यालय में रिक्त पदों पर शिक्षक, कर्मचारियों को नियुक्त कराया, विज्ञान संकाय को अल्प साधनों में प्रारंभ कराया।
अपनी नेतृत्व क्षमता से इस दुरस्थ दुर्गम जनजाति क्षेत्र में उच्च शिक्षा की ज्योति को विकसित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। नैक मूल्यांकन उनके कुशल नेतृत्व में सम्भव हुआ।