ऋषिकेश में मेयर के टिकट को लेकर उलझी भाजपा
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। ऋषिकेश नगर निगम में मेयर पद का प्रत्याशी तय करने के मामले में भाजपा बुरी तरह से उलझ गई है। दिल्ली में उठे सवालों के बाद एक-दूसरे पर दोषारोपण का दौर शुरू हो गया है।
ऋषिकेश नगर निगम में मेयर पद पर आरक्षण से लेकर रायशुमारी तक में भाजपा के नेताओं में दिखने वाली ठसक अब धीरे-धीरे फुस्स होने लगी है। पार्टी के मजबूत गढ़ में कांग्रेस की राजनीतिक सूझबूझ और जनता के रिएक्शन से डर सताने लगा है।
दिल्ली दरबार में पहुंचे मामले के बाद राज्य में ऋषिकेश को लेकर एक-दूसरे पर दोषारोपण शुरू हो गए हैं। इस दोषारोपण की जद में भाजपा संगठन भी आ गया है। तमाम फीडबैक के बावजूद विधायक/ मंत्रियों की मनमर्जी ऋषिकेश समेत कई निकायों में भाजपा मुश्किल में दिख रही है।
बहरहाल, ऋषिकेश नगर निगम के मेयर पद के प्रत्याशी को लेकर जिन दावेदारों की देहरादून की बैठक में हो हल्ला कर एडवोकेसी की जा रही थी उनके बारे में सोशियल ग्राउंड रिपोर्ट ने भाजपा के कान खड़े कर दिए हैं। पार्टी के भीतर ही तमाम सवाल उठने लगे हैं।
पार्टी के जिम्मेदार नेताओं की निगम की राजनीति को स्वयं के लिए कंफर्टेबल बनाने की मंशा ने भाजपा को ही रिस्क में डाल दिया है। हालात ये हैं कि पार्टी के भीतर से पैराशूट प्रत्याशी उतारने की चर्चा भी होने लगी है। हालांकि नगर स्तरीय पदाधिकारी सोशल मीडिया में खास का टिकट कंफर्म होने की बात प्रचारित कर रहे हैं। अनुशासनिक पार्टी इस पर गौर करने तक की स्थिति में नहीं है। परिणाम भ्रम फैल रहे हैं।