राजनीतिक दलों में गुटबाजी, सभासदी के टिकट को भी तरस रहे निष्ठावान कार्यकर्ता
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। राजनीतिक दलों में व्याप्त गुटबाजी के चलते आम कार्यकर्ता निकाय चुनाव में सभासदी के टिकट के लिए भी तरस रहे हैं। दलों के नेता उन्हीं कार्यकर्ताओं की एडवोकेसी कर रहे हैं जो पार्टी के बजाए सिर्फ और सिर्फ उनकी जय जयकार करते हैं।
अब राजनीतिक दल पहले जैसे नहीं रह गए। राजनीतिक दलों में भक्तिकाल चरम पर पहुंच गया है। पार्टी की रीति-नीति से प्रभावित और पार्टी के प्रति निष्ठा से अधिक पार्टी के नेताओं के प्रति भक्ति को ज्यादा तवज्जो मिल रही है। संगठन नाम भर के रह गए हैं। संगठन भी अब नेताओं के सम्मुख एक तरह से नतमस्तक हो गए हैं।
इन दिनों निकाय चुनाव में बहुत कुछ दिख रहा है। दलों के निष्ठावान कार्यकर्ता सभासदी के टिकट के लिए तरस रहे हैं। कथित रायशुमारियों में उनकी एडवोकेसी करने वाला कोई नहीं है। निष्ठावान कार्यकर्ताओं पर नेताओं की परिक्रमा करने वाले भारी पड़ रहे हैं। नेताओं का उन्हें खूब आशीर्वाद मिल रहा है। परिक्रमा न करने और काम करने वाले कई कार्यकर्ताओं की तो नेताओं ने लंका लगा दी है।
सोशल मीडिया में नेता को चमक रहा तेज तुम्हारा बताने वाले कार्यकर्ताओं की ही नेता एडवोकेसी कर रहे हैं। नेताओं आड़े तिरछे कार्यों को अच्छा बताने वाले टॉप पर चल रहे हैं। कई बार तक निष्ठावान कार्यकर्ता दो नेताओं के अहम के बीच भी फंस रहे हैं।
नए साल में हो रहे राज्य का नगर निकाय चुनाव नेताओं के अहम और बहम के लिए खूब याद किया जाएगा। ये स्थिति स्वयं का हटकर बताने वालों से लेकर अमुमन हर राजनीतिक दल में दिख रही है।