केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव को कांग्रेस और भाजपा की तैयारियां जोरों पर
तीर्थ चेतना न्यूज
रूद्रप्रयाग। आसन्न केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा की तैयारियों जोरों पर हैं। भाजपा ने राज्य सरकार के पांच कैबिनेट मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया है। जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बूते आगे बढ़ रही है।
संभव है कि अक्तूबर लास्ट या नवंबर प्रथम सप्ताह में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव हेतु तिथियों का ऐलान हो जाए। इसके मददेनजर कांग्रेस और भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस का उत्साह चरम पर है।
दोनों सीटों पर मिली जीत के बाद रूद्रप्रयाग जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता उत्साहित हैं। पार्टी की केदारनाथ रक्षा यात्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भर दिया है। क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ चुके पार्टी नेता गणेश गोदियाल क्षेत्र में लगातार कैंप कर रहे हैं। केदारनाथ धाम के मुददों के माध्यम से गणेश गोदियाल भाजपा की मजबूत घेराबंदी कर रहे हैं। क्षेत्र में इसका असर भी दिख रहा है।
केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों के दुख दर्द हो या फिर आपदा प्रभावित क्षेत्रों की बात। कांग्रेस ने एक-एक मुददे को घर-घर तक पहुंचाना शुरू कर दिया है।
बदरीनाथ और मंगलौर में हार के बाद भाजपा अब केदारनाथ उपचुनाव को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी ने यहां राज्य सरकार के पांच कैबिनेट मंत्रियों को मोर्चे पर लगा दिया है। इसमें सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, गणेश जोशी और सौरभ बहुगुणा शामिल हैं।
मंत्रियों को सौंपे गए क्षेत्रों में अभी फिलहाल लोगों के स्तर से ही सवाल किए जा रहे हैं। भाजपा संगठन के स्तर से भी खूब प्रयास हो रहे हैं। दिल्ली से लेकर देहरादून तक की सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। देखने वाली बात होगी कि मोर्चे पर लगाए गए कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी से भाजपा को कितना लाभ होता है।