ऋषिकेश में कांग्रेसियों ने फूंका प्रधानमंत्री का पुतला
बंग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की अनदेखी का आरोप
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। बंग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ते अत्याचारों को रोकने और मणिपुर की जनता पर हो रहे अत्याचार को रोकने में भारत सरकार की विफलता के विरोध में कांग्रेसियों ने तीर्थनगरी ऋषिकेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका।
महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट व पीसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा है कि जिस तरह से हर रोज मीडिया के माध्यम से बांग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ते अत्याचारों की खबरें आ रही हैं वह अत्यन्त पीड़ा दायक है।
आज केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा कोई ठोस कदम न उठाये जाने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का पुतला दहन किया गया। कहा कि बंग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर लगातार अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, हिन्दुओं के साथ सरेआम लूटपाट एवं उनके धार्मिक स्थलों में आगजनी की घटनायें हो रही है।
साथ ही मणिपुर जिस तरह विगत दो वर्षों से े अधिक समय से जल रहा है वहां बेटीदृबहनों के साथ बलात्कार व निर्वस्त्र घुमाने जैसी घटनाएं किसी से छुपी नहीं हैं, अनगिनत हत्याएं हो गई है ऐसा लगता है मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है इन भाजपा के पापी नेताओं के कथनी और करनी में फर्क की वजह से मणिपुर बर्बाद हो गया है और केंद्र की भाजपा सरकार तमाशा देख रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मदन मोहन शर्मा व ललित मोहन मिश्र ने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री हसीना हिंदुस्तान में सुरक्षित है और हमारे हिन्दू भाई वहां परेशान है। मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री व पूरी सरकार चुप है और भाजपाई सड़कों पर हिंदूओ का झूठा राग अलाप रहे हैं यही इनका असली चेहरा है जिसको जनता को समझाना पड़ेगा।
कहा कि 1971 में प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी ने भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को करारा जवाब देकर अलग बांग्लादेश की नींव रखी थी वही पूरे विश्व में डंका बजने की बात कहने वाली केंद्र की भाजपा सरकार बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं कर पा रही है। अपने आप को हिन्दुओं का झंडवरदार कहने वाली आरएसएस और भाजपा बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मामले में चुप हैं और मणिपुर हिंसा का तो भाजपाई नेता व कार्यकर्ता नाम भी नहीं लेते हैं । सिर्फ दिखावा करना गम्भीर चिंता का विषय है।
आज कांग्रेस पार्टी पुतला दहन कार्यक्रम के माध्यम से मांग करती है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए भारत सरकार को बांग्लादेश से राजनयिक सम्बन्ध तोड़ने जैसे कडे कदम उठाये जायं।
पुतला फूकने वालों में मदन मोहन शर्मा, विजय पाल रावत, सुधीर राय, ललित मोहन मिश्र, चंदन पंवार, बैसाख पयाल, दीप शर्मा, शेर सिंह रावत, दीपक जाटव, निवर्तमान पार्षद भगवान पंवार, जगत नेगी, मधु मिश्रा, राजेंद्र कोठारी, सिंग राज पोसवाल, विक्रम भंडारी, अशोक शर्मा, संजय भारद्वाज, राजेश शाह, सरोजिनी थपलियाल, निर्मला कुमाईं, निशा भंडारी, रेनू नेगी, रोशनी देवी, प्रवीण गर्ग, अभिनव मालिक, मुकेश जाटव, ओम सिंह, जतिन जाटव, मनीष जाटव, ऋषभ राणा, हिमांशु जाटव, विनोद रतूड़ी, हिमांशु कश्यप, जीतू मुखर्जी, रणजीत सिंह, आदि कांग्रेसी मौजूद थे।