कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग

पुतले की शव यात्रा, कैंप कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। कैबिनेट मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल पर विधानसभा में उत्तराखंड के लोगों के लिए अपशब्दों कहे जाने के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए। नाराज लोगों ने मंत्री के पुतले की शव यात्रा निकाली और उनके कैंप कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को विधानसभा में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पहाड़ी समाज पर की गई टिप्पणी से आहत लोग शनिवार को खासे गुस्से में दिखे। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के बैनर तले लोग विस्थापित क्षेत्र में एकत्रित हुए और यहां से मंत्री के पुतले की शव यात्रा निकाली।
इस दौरान लोगों ने राज्य सरकार, विधानसभा अध्यक्ष के साथ राज्य के सभी विधायकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरोप लगाया कि विधानसभा में किसी भी विधायक और स्पीकर ने प्रेमचंद अग्रवाल को इसका जवाब नहीं दिया।
बहरहाल, विस्थापित क्षेत्र से निकली पुतले की शव यात्रा सीमा डेंटल कॉलेज होते हुए बैराज स्थित कैबिनेट मंत्री के कैंप कार्यालय पहुंची। यहां पर कैंप कार्यालय की ओर बढ़ते लोगों को पुलिस ने बमुश्किल आगे बढ़ने से रोका। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हल्की नोेंकझोंक भी हुई।
यहां पर लोगों ने कैबिनेट मंत्री का पुतला फंूका। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने सुधीर राय ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल को पहाड़ी समाज ने चार बार विधायक बनाया उस समाज को वो आए दिन अपमानित करते हैं। अब तो अग्रवाल विधानसभा में भी पहाड़ को अपमानित कर रहे हैं। इस पर सत्ताधारी विधायकों की चुप्पी हैरान करने वाली है।
दिनेश चंद्र मास्टर जी ने कहा कि मंत्री अग्रवाल पर्वतीय क्षेत्र के लोगों पर क्षेत्रवाद का अरोप लगाते हैं। जबकि हकीकत निकाय चुनाव में सामने आ गई है। उन्होंने कई गंभीर आरोप मंत्री पर लगाए। कांग्रेस नेता राजपाल खरोला ने कहा कि वो पिछले 15 सालों से अग्रवाल की करतूतों को जनता के बीच रख रहे हैं। लोग अब जाग गए हैं।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल आए दिन पहाड़ी समाज को अपमानित करते हैं। कभी किसी को सरेआम पीट देते हैं तो कभी क्षेत्रवाद का आरोप लगाते हैं। कहा कि जिस प्रकार से भाजपा सरकार उन्हें प्रश्रय दे रही है उससे लगता है कि इसमें भाजपा का हाथ है।
वक्ताओं ने दो टूक कहा उत्तराखंड पर्वतीय राज्य है। यहां रहने वाले लोग पर्वतीय हैं। इसमें दो राय नहीं हैं। मगर, जो विधायक ये कह रहे हैं कि उत्तराखंड का कोई नहीं है सब बाहर से आए हैं उन्हें लोग 2027 में सबक सीखाएंगे।
कहा कि सबको बाहर का बताकर राज्य के मूल निवासियों को हतोत्साहित करने के प्रयास सफल नहीं होने दिए जाएंगे।
इस मौके पर सुधीर राय, दिनेश चंद्र मास्टर जी, राजपाल खरोला, शूरवीर सिंह सजवाण, त्रिभुवन चौहान, यूकेडी नेता आशुतोष नेगी, संजय बुड़ाकोटी, सुरेंद्र सिंह नेगी, नरेंद्र सिंह नेगी, मदन कोठारी, नरेंद्र सिंह नेगी, संजू, राहुल रावत, नवीन रमोला, किशोर गौड़, आशुतोष तिवाड़ी, सुनील पंचभैया, संजय सिल्सवाल, हिमांशु रावत, सरोज देवराड़ी, दलीप सिंह नेगी, शैलेंद्र मिश्रा आदि मौजूद थे।