साहित्यकार/ राज्य आंदोलनकारी अनसूया प्रसाद मैठाणी का निधन

साहित्यकार/ राज्य आंदोलनकारी अनसूया प्रसाद मैठाणी का निधन
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तीर्थ चेतना न्यूज

ऋषिकेश। राज्य आंदोलनकारी, साहित्यकार, वैद्य अनसूया प्रसाद मैठाणी (91) नहीं रहे। वो अपने पीछे भरा परिवार छोड़ गए। उनके निधन पर विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और साहित्यिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

14 मार्च 1934 को जन्मे मैठानी को अध्यात्मिक सन्त स्वामी शिवानन्द, राजनीतिक हेमवती नन्दन बहुगुणा व डा.भक्तदर्शन का निकट सानिध्य प्राप्त हुआ वही उत्तराखण्ड के गांधी इन्द्रमणी बडोनी के साथ उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में न सिर्फ सक्रिय प्रतिभाग किया अपितु मुजफ्फरनगर कांड में गंभीर रूप से घायल हुए।

स्वतंत्र पत्रकार के रूप में ऋषिकेश पत्रकार परिषद, ग्राम्या चल पत्रकार ऐसोसिएशन, व श्रमजीवी पत्रकार पौड़ी गढ़वाल में विभिन्न पदों पर रहकर कर्मभूमि, जयन्त, हिसाब किताब,सत्यपथ जैसे साप्ताहिक अखबारों में क्षेत्रीय समस्याओं साथ साथ राष्ट्रीय पत्रिकाओं नवभारत टाइम्स साप्ताहिक हिन्दुस्तान सारिका आदि में समसामयिक समस्या पर समाचार व लेख समय समय पर प्रकाशित होते रहे हैं साथ ही गीता प्रेस की प्रसिद्ध कल्याण पत्रिका, एवं दिव्य जीवन संघ शिवानन्द आश्रम की योग वेदान्त में आयुर्वेद एवं अध्यात्म में लेख प्रकाशित होते रहे।

प्रख्यात सन्त स्वामी शिवानन्द जी के सानिध्य में आपने शिवानन्द आयुर्वेदिक फार्मेसी में वैद्य के रूप में निर्माण इंचार्ज पद पर कार्य करते हुए विभिन्न आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण कराया। लगभग 17 वर्षों तक आप ग्राम सभा झैड़ के प्रधान पद पर जनसेवा में सक्रिय रहे।

मैठानी अपने पीछे दो पुत्र व तीन पुत्रियों सहित भरा पुरा परिवार छोड़ गये हैं। आपके सभी बच्चे सरकारी सेवा में सेवारत रहे हैं।

Tirth Chetna

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