पत्रकार पर जानलेवा हमलाः बाजार बंद कराने के दौरान लोगों की पुलिस से झड़प
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। पत्रकार योगेश डिमरी पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में बाजार बंद करा रहे लोगों के साथ पुलिस व्यवहार की निंदा हो रही है। जिम्मेदार अधिकारी जिस तरह से मामले को हैंडिल करने का प्रयास कर रहे थे उसे ठीक नहीं कहा जा सकता।
किसी घटना के बाद जाम, घिराव, बाजार बंद आदि प्रतिक्रिया के तौर पर होते रहती हैं। पुलिस ऐसे मामलों शांतिपूर्ण तरीके से निपटने में सक्षम है। तीर्थनगरी ऋषिकेश में ऐसे तमाम मौके पूर्व में आते रहे। पुलिस ने हर मामले को बेहतर तरीके से हैंडिल किया। मगर, आज ऐसा नहीं दिखा।
पत्रकार योगेश डिमरी पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में लोग बाजार बंद करा रहे थे। उनका दावा था कि व्यापारिक संगठनों से बात हो चुकी है। यूनिवर्सिटी तिराहे से बंद कराते हुए शहर की ओर बढ़ रहे लोग दुकानों का बंद करा रहे थे। दुकानदार आराम से दुकाने बंद भी कर रहे थे। लोगों के आगे बढ़ते ही फिर से दुकान खुल जा रही थी।
इस प्रक्रिया में कहीं कोई ऐसा नहीं था कि पुलिस की इन्वाल्वमेंट की जरूरत होती है। पुरानी चुंगी के पास एक पुलिस अधिकारी और आंदोलनकारियों के बीच झड़प हो गई। 72 सीढ़ी के पास कांग्रेस नेता सुधीर राय ने पुलिस अधिकारी के रवैए का विरोध करना शुरू कर दिया। राय ने भी पुलिस अधिकारी को तेवर दिखाने शुरू किए तो आंदोलनकारियों ने भी पुलिस का प्रतिकार करना शुरू कर दिया।
इस दौरान दोनों ओर से तीखी झड़प हुईं। लोगों ने पुलिस पर जमकर आरोप लगाए। कहा कि अधिकारी बेवजह विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहा है। लोग शांतिपूर्ण ढंग से दुकानदारों से सहयोग लेकर दुकानें बंद करवा रहे हैं न कि जबरन। बावजूद इसके पुलिस अधिकारी बेवजह टोका टाकी और धमकी दे रहे हैं।
कुल मिलाकर ऐसे मामलों को पुलिस पूर्व में भी अच्छे से हैंडिल करती रही है। मगर, आज जो कुछ दिखा वो ठीक नहीं था। इसको लेकर जितने मुंह उतनी बातें भी हो रही हैं। राजनीतिक आरोप भी लग रहे हैं। आम लोगों के स्तर से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।