नैनीताल। सिलबट्टे में पिसे पहाड़ी नमक के विदेशी भी दिवाने होने लगे हैं। इन दिनों विदेशो में काकड़ीघाट में 23 फ्लेवर में तैयार पहाड़ी नमक की धूम है।
भले ही नमक का उत्पादन उत्तराखंड में न होता हो। मगर, नमक पर उत्तराखंडी जायका सिर चढ़कर बोल रहा है। देश ही नहीं विदेशों तक पहाड़ी सिलबट्टे में पिसे पहाड़ी नमक की धूम मची हुई है।
कुमाऊं के काकड़ीघाट गांव में महिलाओं को एक स्वयं सेवी संगठन 23 फ्लेवर में पहाड़ी पीसा नूण नाम से नमक बना रहा है। इसमें तमाम पहाड़ी तौर तरीकों के साथ अवयवों का उपयोग किया जा रहा है।
इसमें पुदीना, लहसून, अल्सी, धनिया आदि प्रमुख रूप् से शामिल हैं। बेहद जायकेदार और औषधीय गुणां से भरपूर इस नमक के दिवाने अब विदेशी भी हैं। अमेरिका तक इस पहाड़ी नमक का जायका पहुंच चुका है।
एनजीओ को इसके लिए ऑर्डर मिलने लगे हैं। कहा जा सकता है कि जायकेदार नमक ने उत्तराखंड के एक छोटे से गांव काकड़ीघाट को बड़ी पहचान दिला दी है।