राज्य में बागवानी विकास में महिलाओं की अहम भूमिकाः प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल

श्रीनगर। राज्य में बागवानी के विकास और इसकी संभावानाओं को दिशा देने में महिलाओं की अहम भूमिका है। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय इसमें सहयोग के लिए हर समय तैयार है।
ये कहना है है। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल का। प्रो. नौटियाल मंगलवार को उद्यानिकी विभाग, कृषि एवं संबद्ध विज्ञान संकाय चौरास परिसर द्वारा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तराखंड सरकार की एच० एम० ई० एच० परियोजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यशाला के शुभारंभ के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि राज्य में बागवानी के विस्तार एवं विकास में महिलाओं की विशेष भूमिका रही है। विश्वविद्यालय का उद्यानिकी विभाग बागवानी के क्षेत्र में कार्य कर रही महिलाओं को बागवानी की नवीनतम विधियों का समय – समय पर प्रशिक्षण देगा जिससे काश्तकार अपनी आजीविका में वृद्धि कर पाएंगे।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं प्रगतिशील कश्तकार सुखदेव पंत ने उद्यान विभाग द्वारा काश्तकारों के हित में चलाए जा रहे प्रसार कार्यों की प्रशंसा करते हुए राज्य के समग्र कृषि विकास के लिए एकजुटता के साथ काम करने पर जोर दिया।
विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग, प्रो० आर० एस० नेगी एवं वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो० आर० सी० सुन्द्रियाल ने बताया कि कृषि एवं संबद्ध संकाय के सभी शिक्षक एवं वैज्ञानिक देश एवं प्रदेश में कृषि की खुशबू फैलाने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से कृषक समुदाय को मजबूत बनाने के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं ।
उद्यानिकी विभागाध्यक्ष, डॉ० डी० के० राणा ने सभी गणमान्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों को विभाग की गतिविधियों से अवगत कराते हुए भविष्य में शैक्षणिक, शोध एवं प्रसार गतिविधियों का समन्वय बनाए रखने का आश्वासन दिया।
कार्यशाला संयोजक एवं सहायक प्रोफेसर डॉ० तेजपाल सिंह बिष्ट द्वारा काश्तकारों को उद्यान विभाग के शोध प्रक्षेत्र में वैज्ञानिक बागवानी तकिनिकयों एवं विभिन्न नवीनतम विधियों का प्रदर्शन दिखाया गया । साथ ही साथ उन्हें बागवानी केंद्रीत एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया ताकी प्रत्येक काश्तकार प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी क अपने खेत में अपना सके।
कार्यशाला में जाखनीधार, प्रताप नगर एवं कीर्तिनगर विकासखंड के विभिन्न ग्रामों की 60 से अधिक ग्रामीण महिला काश्तकारों ने प्रतिभाग किया । ग्रामीण महिलाओं को बागवानी का दिया प्रशिक्षण साथ ही साथ उच्च गुणवत्ता के बीज एवं शोभाकार पौधे किए गए वितरित ।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया एवं काश्तकारों को उच्च गुणवत्ता के बीज एवं शोभाकार पौधे एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए । कार्यशाला में विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग, प्रो० आर० एस० नेगी, वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो० आर० सी० सुन्द्रियाल एवं संकाय सदस्य डॉ० मुनीष कुमार, डॉ० के० एन० शाह, डॉ० विवेक, डॉ० तनुजा, श्री सन्त कुमार, शील बायोटेक से आये अद्यिकारियों एवं उद्यानिकी विभाग के शोधार्थी ने भी प्रतिभाग किया ।