राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रमः लोकनृत्य में पिथौरागढ़, रोल प्ले में चम्पावत प्रथम

देहरादून। राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम 2021 के तहत हुए तमाम शैक्षणिक कार्यक्रम में प्रदेश भर के छात्र/छात्राओं ने शिरकत की। लोकनृत्य में पिथौरागढ़ और रोल प्ले में चम्पावत जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम 2021अन्तर्गत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, एससीईआरटी उत्तराखण्ड के तत्वाधान में लोकनृत्य, रोल-प्ले, चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगितायें किसान भवन, रिंगरोड़ देहरादून के सभागार में सम्पन्न हुई।
लोकनृत्य में जनपद पिथौरागढ़ की टीम ने प्रथम स्थान, जनपद टिहरी ने द्वितीय तथा जनपद उत्तरकाशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रोल-प्ले में चम्पावत जिले ने प्रथम जनपद उत्तरकाशी ने द्वितीय उधमसिंह नगर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
निबन्ध प्रतियोगिता में पूर्वांशी ध्यानी, रा0इ0का0 धूमाकोट पौड़ी ने प्रथम स्थान, नन्दिनी सिंह, रा0बा0इ0का0 ज्वालापुर हरिद्वार ने द्वितीय तथा रिया, रा0इ0का0 पतलोट नैनीताल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में पोस्टर चित्रांकन में रा0बा0इ0का0 गुलाबशाहपीर रामपुर हरिद्वार की छात्रा कु0 नरगिस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा द्वितीय स्थान पर कु0 सरस्वती चौहान, रा0बा0इ0का0 पुरोला, उत्तरकाशी और तृतीय स्थान पर रा0इ0का0 नागराजाधार बमुण्ड चम्बा के राजबीर सिंह रहे।
कार्यक्रम में बतौर निर्णायक लोक गायिका पूनम सती, अभिनेता बलराज नेगी, चित्रकार संजय रावत तथा कला क्षेत्र से पुष्पा पठोई और रंगमंच से सतीश धौलाखण्डी ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए आर0 के0 कुंवर निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण ने राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम की पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम सन् 1980 से प्रारम्भ हुआ था।
पृथक उत्तराखण्ड निर्माण के बाद वर्ष 2013-14 में इसे फिर से शुरू किया गया। आर0के0उनियाल निदेशक प्राथमिक शिक्षा ने राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वस्थ एवं उत्पादक जनसंख्या का विकास करना है। श्री उनियाल ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों की प्रतिभा को निखारने एवं उन्हें मंच देने की दृष्टि से उपयोगी सिद्ध होते हैं।
एस0सी0ई0आर0टी0 के अपर निदेशक डॉ0 आर0डी0 शर्मा ने कहा कि जनसंख्या शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों के बारे में पहले विज्ञापनों के माध्यम से जागरूकता का प्रसार किया जाता था किन्तु राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम में लोककला और स्थानीय भाषाओं के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलायी जाती है। अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा शिव प्रसाद खाली और एस0सी0ई0आर0टी0 के संयुक्त निदेशक कुलदीप गैरोला में उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये बताया कि राज्य स्तर पर चयनित टीमों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एन0सी0ई0आर0टी0 नई दिल्ली में प्रतिभाग किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन सोहन नेगी तथा डॉ0 ऊषा कटियार, प्रवक्ता एस0सी0ई0आर0टी0 द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के प्रारम्भ में डॉ0 ऊषा कटियार और सीमा रस्तोगी द्वारा ’जाऊं तोरे चरण कमल पर वारी’ गीत प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रताप भाई द्वारा ढोल-दमाऊं बजाकर सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ0 ऊषा कटियार और सोहन नेगी ने प्रस्तुत की । उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य किशोर-किशोरियों को स्वास्थ्य और समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों के प्रति जागरूक करना है । इसके अन्तर्गत हर साल किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य एवं अन्य समस्याओं पर आधारित शोध भी किया जाता है।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक रघुनाथ लाल आर्य, संयुक्त निदेशक समग्र शिक्षा मंजू भारती, संयुक्त निदेशक एस0सी0ई0आर0टी0 आशा पैन्यूली एवं कंचन देवराड़ी, प्राचार्य डायट देहरादून राकेश जुगरान, उपनिदेशक एस0सी0ई0आर0टी0 राय सिंह रावत, हिमानी बिष्ट तथा डॉ0 एस0पी0 सिंह, सहायक निदेशक वर्षा भारद्वाज, डॉ0 उमेश चमोला, डॉ0 राकेश गैरोला, मनोज शुक्ला, नीलम पंवार, डॉ0 एस0पी0 सेमल्टी, डॉ0 रमेश पन्त, डॉ0 बिन्दु नौटियाल, अवनीश उनियाल, डॉ0 आलोक प्रभा पाण्डेय, डॉ0 शिवानी चन्देल, डॉ0 शशि शेखर मिश्र, अजय कुमार चौरसिया, डॉ0 अशोक कुमार सैनी, डॉ0 अंकित जोशी, डॉ0 साधना डिमरी, हेमू बिष्ट, विपुल मिश्र, रेनू चौहान, दीपक प्रताप, एस0पी0 वर्मा, कमल सिंह नेगी, राकेश नौटियाल, योगेन्द्र सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे।