तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए कनक-कनक साबित हो रही भाजपा

ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए भाजपा कनक-कनक साबित हो रही है। लोग ऐसा महसूस करने लगे हैं। दरअसल, भाजपा सरकार शहर को न जाने किस बात की सजा दी जा रही है। नगर निगम को अभी भी नगर पालिका की तरह ही ट्रीट किया जा रहा है।
ऋषिकेश के लोग इतराते हैं कि उनके पास ट्रीपल इंजन की सरकार है। मगर, विकास के पायदान पर ट्रीपल इंजन कुलांचे भरने के बजाए छुक-छुक ही कर पा रहा है। दरअसल, स्टेट का इंजन सिटी इंजन को ढंग से वैकअप नहीं कर रहा है।
पिछले चार सालों से नगर निगम को पैंसा देने के नाम पर राज्य सरकार कंजूसी कर रही है। अभी भी नगर निगम ऋषिकेश को धन मुहैया कराने के मामले में नगर पालिका जैसा ही ट्रीट किया जा रहा है। इस बार ऋषिकेश को खासी उम्मीद थी। मगर, निराशा हाथ लगी।
राज्य के आठ में से सात नगर निगमों पर सरकार ने खूब मेहरबानी दिखाई। ऋषिकेश नगर निगम को पिछले साल के हाल पर छोड़ दिया। इस पर शहर के लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। नगर निगम के कांग्रेस के पार्षद एडवोकेट राकेश मियां का कहना है कि साबित हो गया कि भाजपा सरकार ऋषिकेश की उपेक्षा कर रही है।
जब ऋषिकेश के विधायक के शहरी विकास और वित्त मंत्री होने के बाद स्थिति ये है तो समझा जा सकता है कि भाजपा के लिए ऋषिकेश की अहमियत क्या है। भाजपा ने ऋषिकेश को अपने आंतरिक राजनीति में उलझा दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला सीधे क्षेत्रीय विधायक एवं शहरी विकास मंत्री को निशाने पर लेते हैं। उनका कहना है कि विधायक क्षेत्र के साथ अन्याय कर रहे हैं। जनता इसे अब अच्छे से समझ चुकी है।
इसके अलावा आम लोगों में भी नाराजगी दिख रही है। ऋषिकेश की उपेक्षा को लेकर जिम्मेदार लोगों द्वारा जो भी तर्क दिए जा रहे हों। सच ये है कि भाजपा क्षेत्र के लिए कनक-कनक साबित हो रही है।