नगर निगम ऋषिकेश की कई बीघा भूमि एक बार फिर चर्चा में
बोर्ड को जानकारी नहीं और कम्युनिटी बिल्डिंग का आंगणन तैयार
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। नगर निगम की एम्स रोड स्थित कई बीघा भूमि एक बार फिर से चर्चा में है। बगैर निगम बोर्ड की जानकारी के यहां पर कम्युनिटी बिल्डिंग का आंगणन शासन को भेज दिया गया है। बोर्ड को बाईपास कर हुए इस काम को लेकर जितने मुंह उतनी बातें हो रही हैं।
निगम बनने से पूर्व नगर पालिका ऋषिकेश के तत्कालीन ईओ महेेंद्र सिंह यादव न बमुश्किल से एम्स रोड स्थित स्थित भूमि को निकाय के नाम दर्ज कराया था। तब तत्कालीन ईओ को कुछ रसूखदारों के विरोध का सामना भी करना पड़ा था।
इस भूमि को लेकर अलग-अलग समय पर नाना चर्चाएं रही हैं। कोई इसे नौ बीघा बताता है तो कोई चार-पांच बीघा। बहरहाल, इन दिनों ये भूमि खास वजह से चर्चा में है। कानाफूसी हो रहे है कि भूमि में खुर्दबुर्द के प्रयास हो रहे हैं।
इस बीच, नगर निगम से ही उक्त भूमि में कम्युनिटी बिल्डिंग का आंगणन शासन को भेजे जाने की बात सामने आ रही है। हैरान करने वाली बात ये कि ये बोर्ड के संज्ञान में भी नहीं है। बताया जा रहा है कि निगम के निर्माण अनुभाग से उक्त आंगणन सीधे शासन को भेजा गया है।
हालांकि निर्माण अनुभाग के इंजीनियर दिनेश उनियाल का कहना है कि उनकी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है। नगर आयुक्त राहुल गोयल का भी यही कहना है कि उनके संज्ञान में नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि कई बार आंगणन/ प्रस्ताव निर्माण अनुभाग से भेजे जाते रहे हैं।
इस संबंध में मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने माना कि ये अजीबोगरीब मामला है। जानकारी मिलते ही नगर आयुक्त से इस मामले में वार्ता करने को कहना गया है। संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब करने को कहा गया है।
मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि एक ईमानदार अधिकारी ने निकाय की उक्त भूमि को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। ये बात निगम के अधिकारियों के संज्ञान में होनी चाहिए। वर्षों से उक्त भूमि पर नजर गढ़ाए कुछ लोग फिर से खुर्दबुर्द करने को सक्रिय हो गए हैं। उनकी मंशा को पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बगैर बोर्ड के संज्ञान के कम्युनिटी बिल्डिंग का आंगणन शासन को भेजे जाने के मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। अधिकारियों का इस मामले में संतोषजनक जवाब न मिलने पर विधिक राय लेकर कानूनी कार्यवाही करंेगी।