महापंचायत में बजी भाजपा के लिए खतरे की घंटी
आम लोगों की मांग कैबिनेट से बर्खास्त हों प्रेमचंद अग्रवाल
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा दो लोगों के साथ सरेराह की गई मारपीट के मामले में आयोजित महापंचायत ने भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। इस मामले को अन्य मामलों की तरह ठंडा करने की भाजपा की स्ट्रेटजी काम करते नहीं दिख रही है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा की गई मारपीट के मामले आम लोगों ने दलीय राजनीति को किनारे रखकर इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। गुरूवार को गुमानीवाला में आयोजित महापंचायत ऐसा ही कुछ देखने को मिला। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग महापंचायत में जुटे।
महापंचायत में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर शिरकत की और भाजपा संगठन और सरकार को खूब कोसा। कहा कि जिस नेता ओ वो वास्तव में ये भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। बहरहाल, सालों से विधायक बना रहे हैं वो आम लोगों से मारपीट करता है और बेइजत करता है। इस पर भाजपा का संज्ञान न लेना ये दिखाता है कि विधायक को ऐसा करने के लिए पार्टी का संरक्षण प्राप्त है।
मारपीट के विरोध के मामले में पहले दिन से जुड़े वक्ताओं ने लोगों को इस मामले की हकीकत से अवगत कराया। इस बहाने अंकिता भंडारी का मामला भी उठा। भ्रष्टाचार के भी तमाम मामले उठे। विधानसभा नौकरी घोटाले की बात भी सामने आया।
बहरहाल, वक्ताओं ने दो टूक कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में गुंडई के लिए कतई स्थान नहीं है। अधिकांश वक्ताओं ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा सुरेंद्र सिंह नेगी और धर्मवीर प्रजापति के साथ बीच सड़क में की गई मारपीट सरकारी गुंडई है।
वक्ताओं ने कहा कि इस गुंडई को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। मुख्यमंत्री ने अभी तक इस पर एक भी शब्द नहीं कहा। यही स्थिति भाजपा संगठन की भी है। परिणाम प्रेमचंद अग्रवाल आज भी कैबिनेट में है। कहा कि विधानसभा नौकरी घोटाले की तरह इस मामले को दबाने नहीं दिया जाएगा।
इस दौरान कुछ वक्ताओं ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल हमेशा एक क्षेत्र विशेष के लोगों के साथ भेदभाव करते हैं। इस भेदभाव को पार्टी के स्तर पर संरक्षण मिलता है। पर्वतीय क्षेत्र के लोगों एक साजिश के तहत दबाया जा रहा है। कहा कि इसे समझने की जरूरत है।
सुरंेद्र सिंह नेगी की पत्नी दमयंती नेगी ने महापंचायत में आए लोगों का आभार प्रकट किया। कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लोग उन्हें न्याय दिलाएंगे। सरकार और भाजपा संगठन से उन्हें निराशा हाथ लगी।
इस मौके पर भगत राम कोठारी, इंद्रेश मैखुरी, जयेंद्र रमोला, आशुतोष नेगी, मोहित उनियाल, राकेश मियां, अभय वर्मा, ज्ञान रावत, बलवंत रांगड़, अनिता कोटियाल, नीलम तिवाड़ी, सरस्वती जोशी, संजय सिल्सवाल, सत्य प्रसाद ममगाईं आदि मौजूद थे।