एलटी/प्रवक्ता शिक्षकों के प्रमोशन में फैल चुका है रायता

तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। एलटी और प्रवक्ता शिक्षकों के प्रमोशन के मामले में अब रायता फैल चुका है। सीधी भर्ती नाम के इस रायते में किसकी उम्मीदें बहेंगी और किसको टपकारे लेने का मौका मिलेगा तय हो गया है।
राज्य की भाजपा सरकार ने राजकीय इंटर कालेज में प्रिंसिपल के 50 प्रतिशत रिक्त पदों को विभागीय परीक्षा से भरने का निर्णय क्या लिया एलटी/ प्रवक्ता शिक्षकों के प्रमोशन में रायता फैल गया है। इस फैले हुए रायते में शिक्षकों की प्रमोशन की उम्मीदें अभी से बहती हुई दिखने लगी हैं।
राज्य बनने के बाद कई-कई प्रमोशन ले चुके अधिकारियों को इस पर सवाल उठाना बुरा लग रहा है। बहरहाल, सीधे भर्ती नाम के इस रायते का कैमिकल कंपोजिशन हर दिन बदल रहा है। जाहिर है रायते का रंग भी बदल रहा होगा। प्रयोग करने वाले खुश हो रहे होंगे।
बस अब देखने वाली बात होगी कि रायते का कौन सा रंग पसंद आता है। फिलहाल तो प्रभारी नाम चल रहा है। माना जा रहा है कि इसी को आगे बढ़ाने के लिए रायता फैलाया गया है। बहरहाल, अब जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संगठन ने भी इसमें हिस्सेदारी की मांग की है।
प्राथमिक के शिक्षक भी ऐसा कर सकते हैं। इसकी अनुमति सरकार प्राथमिक और जूनियर को सरकार उस दिन दे चुकी है जब बेसिक/जूनियर के शिक्षकों को एलटी में प्रमोशन तय किया गया। अब एलटी में काम कर रहे बेसिक/जूनियर के शिक्षकों को प्रमोशन का पद हाई स्कूल का हेडमास्टर ही बनता है।
एलटी/प्रवक्ता शिक्षक इसका विरोध करने का नैतिक आधार काफी साल पहले खो चुके हैं। हां, इस बार राज्य में उच्च और स्कूली शिक्षा के मंत्री एक ही हैं। ऐसे में एलटी/प्रवक्ता शिक्षक डिग्री कॉलेजों में कोटे की मांग कर सकते हैं।